Rashtravad : ईडी को पश्चिम बंगाल में ब्लैक मनी की गुफा हाथ लग गई है। हर रोज नोटों के बंडल के बंडल निकल रहे हैं। इतना पैसा निकल रहा है कि एक आम इंसान पूरी जिंदगी चौबीसों घंटे काम कर ईमानदारी के कमाने की कोशिश करे तो ये उसके लिए दूर की कौड़ी है लेकिन बंगाल में ब्लैक मनी का जो कैश मिला है। वहां अभी तक 50 करोड़ से ज्यादा कैश मिल चुके है। जिसके ठिकानों से ये रकम और ज्वैलरी मिल रहे हैं। वो और कोई नहीं बल्कि कल तक ममता सरकार में कद्दावर मंत्री रहे पार्थ चटर्जी के करीबी अर्पिता मुखर्जी के फ्लैट्स और घर हैं। अर्पिता ईडी की कस्टडी में है लेकिन आज जब उसे कोलकाता के एक अस्पताल में मेडिकल टेस्ट के लिए लाया गया तो वो फूट फूट कर रोती दिखाई दी।
ममता बनर्जी के करीबी पार्थ चटर्जी पहले से ही ईडी की कस्टडी में है। ईडी को जैसे-जैसे कैश के बंडल पर बंडल मिल रहे हैं। बीजेपी ममता बनर्जी पर अटैक करने का मौका गंवाना नहीं चाहती। देश में जब भी सुशासन की चर्चा होती है, तो बात योगी मॉडल, गुजरात मॉडल की होती है लेकिन आज बीजेपी ने बंगाल में जारी TMC मॉडल का जिक्र किया। बंगाल में रोज मिल रहे कैश और खुलासे को लेकर बीजेपी ने बंगाल सरकार पर हमला बोला है। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला का कहना है कि बंगाल में TMC मॉडल आया है। शिक्षा देने और लेने वालों के साथ भ्रष्टाचार किया गया।
आपने बीजेपी की नजर में बंगाल मॉडल की बात सुनी। दर्शकों मैं आपको ये भी बता दूं कि बंगाल में 4 कारें गायब हैं। कहा जा रहा है कि इसमें भी नोट भरकर ले जाए गए हैं। ज्वैलरी ले जाई गई है। ईडी की टीम पूरे बंगाल में..और बंगाल बॉर्डर पर इस कार को ट्रेस कर रही है। लेकिन इन सारी बातों के बीच जो सवाल मन में उठ रहे हैं वो ये कि बंगाल में इतना कुछ हो रहा था। ममता बनर्जी को भनक कैसे नहीं लगी। वो तो खुद को बेहद सख्त प्रशासक बताती रही हैं। निजी तौर पर उनके ईमानदार होने के किस्से राजनीतिक हलकों में सुने जाते हैं। फिर भी पार्टी में नंबर दो, इतना कुछ किए जा रहा था। सरकार का इतना सीनियर मंत्री ये सब कर रहा था। जैसा कि आरोप है और दीदी को कानों-कान खबर नहीं लगी। लोगों को विश्वास नहीं हो रहा। हालांकि देर से ही सही अब ममता बनर्जी ने पार्थ चटर्जी से पल्ला झाड़ लिया। जिस पार्टी के पार्थ कल तक स्टेट जनरल सेक्रेट्री थे। उस पार्टी ने उन्हें सस्पेंड कर दिया लेकिन इससे तीन दिन पहले ममता बनर्जी ने पार्थ का नाम लिए बिना इशारों में बड़ी बात कही थी।
बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष रह चुके और लोकसभा के सांसद दिलीप घोष ने भी बहुत बड़ा आरोप लगाया है। दिलीप घोष का कहना है कि पार्थ चटर्जी पर एक्शन ममता बनर्जी का ड्रामा है। वो अपने भतीजे और परिवार को बचाने के लिए ये सब कर रही हैं।
अब सवाल ये है कि क्या बंगाल में कुछ बड़ा होने वाला है। इस बात को और हवा तब मिली जब बीजेपी नेता मिथुन चक्रवर्ती ने टीएमसी के 38 विधायकों को लेकर बड़ा दावा कर दिया। आज के संदर्भ में मैं मिथुन चक्रवर्ती की बात फिर से आपको सुनवाना चाहता हूं।
इसलिए आज राष्ट्रवाद में सवाल है कि क्या
ED पहुंची दीदी के द्वार, बंगाल में गिर जाएगी सरकार ?
बंडल पर बंडल मिल रहे, ममता को भनक तक नहीं थी ?
ममता बनर्जी का 2024 का सपना टूट गया ?