- 30 करोड़ की ट्रांसपोर्टर शिप जब्त
- एम.वी.इंफ्रालिंक-थ्री की मदद से अवैध खनन को अंजाम
- एम.वी.इंफ्रालिंक-थ्री का संबंध पंकज मिश्रा से
अवैध खनन मामले में झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन की उनके प्रतिनिधि पंकज मिश्रा की वजह से मुश्किल बढ़ सकती है। प्रवर्तन निदेशालय ने 30 करोड़ कीमत की ट्रांसपोर्टर नाव को जब्त किया है। बताया जा रहा है कि इस शिप की मदद से अवैध खनन को अंजाम दिया जाता थ। इस शिप की मदद ले पत्थरों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जाता था और शिप की परमिट भी नहीं थी। बता दें कि नाव का नाम एम.वी.इंफ्रालिंक-थ्री है। बता दें कि पंकज मिश्रा को ईडी की हिरासत में हैं। जैसे जैसे जांच और पूछताछ आगे बढ़ रही है एक एक कर खुलासे हो रहे हैं। 3 अवैध स्टोन क्रशर, बोल्डर और स्टोन चिप्स की बरामदगी।
पंकज मिश्रा के इशारे पर अवैध खनन का खेल
बताया यह भी जा रहा है कि पंकज मिश्रा और राजेश यादव उर्फ दाहू के इशारे पर अवैध खनन को अंजाम दिया जा रहा था। ईडी को इस तरह की शिकायत मिली थी कि पंकज मिश्रा का शख्स इस तरह के खेल में शामिल है। इस शख्स की गतिविधियों पर नजर रखने के बाद जब जांच एजेंसी तो भरोसा हुआ और कुछ सबूत हाथ लगे तो इसकी गिरफ्तारी हुई। पूछताछ के दौरान पता चला कि व्यवस्थित तरीके से खनन कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। बता दें कि विष्णु यादव और पवित्रा यादव ने जुड़े कुछ अवैध स्टोन क्रशर को भी ईडी ने अपने कब्जे में लिया था।