- कांग्रेस नेता रावत हरीश रावत छोड़ना चाहते हैं पार्टी की दी गई अहम जिम्मेदारी
- रावत के मुताबिक, उत्तराखंड चुनाव पर करना चाहते हैं ध्यान केंद्रित
- पंजाब कांग्रेस के प्रभार से मुक्त होना चाहते हैं हरीश रावत
नई दिल्ली: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत पंजाब के मसले पर आज शाम पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे और ताजा हालत से अवगत कराएंगे। इस बीच कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि वह पंजाब प्रदेश के प्रभारी के दायित्व से मुक्त होना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने कोरोना के बाद हो रही परेशानियों को मुख्य वजह बताया है।
सोनिया गांधी से करेंगे मुलाकात
इसके साथ ही रावत ने कहा कि अगले साल उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव होना है, और ऐसे में वह राज्य में अपनी सक्रियता को बढ़ाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वह बारे में शीघ्र ही सोनिया गांधी से मुलाकात कर अवगत कराएंगे। हरीश रावत इससे पहले असम कांग्रेस के भी प्रभारी रह चुके हैं। हाल में पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंद सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच विवाद को सुलझाने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी लेकिन विवाद फिर से बढ़ता दिख रहा है।
उत्तराखंड पर करना चाहते हैं ध्यान केंद्रित
दरअसल उत्तराखंड में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने हैं और हरीश रावत फिलहाल राज्य में पार्टी के सबसे बड़े नेता है। यह माना जा रहा है कि पार्टी उत्तराखंड में हरीश रावत को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित कर सकती है। चूंकि हरीश रावत पहले भी राज्य की कमान संभाल चुके हैं और उनके पास वरिष्ठता के क्रम में भी काफी अनुभव है, ऐसे में पार्टी उन्हें पंजाब के प्रभारी पद से भी मुक्त कर सकती है। उत्तराखंड के मुद्दों को लेकर रावत सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहते हैं और सत्ताधारी बीजेपी पर हमला करते रहते हैं।