- पायलट पलटेंगे राजस्थान की बाजी ? गहलोत का बागी गेम ओवर हो गया
- 'जादूगर' का खेल, 'पायलट प्रोजेक्ट' फेल !
- मनाता रहा आलाकमान, नहीं निकला समाधान
Rajasthan Politial Crisis: राजस्थान में गहलोत वर्सेज पायलट की जंग में बाजी पलटती दिख रही है। कांग्रेस आलाकमान गहलोत गुट पर सख्त होता जा रहा है। खबर है कि गहलोत कैंप के 2 विधायकों पर कार्रवाई हो सकती है। ये दो विधायक हैं महेश जोशी और शांति धारीवाल जिन्हें कारण बताओ नोटिस भेजने की तैयारी है।आपको बता दें कि शांति धारीवाल के घर ही कल मीटिंग हुई थी। इन नेताओं से पूछा जाएगा, आप पर कार्रवाई क्यों न हो? विधायक दल की बैठक के वक्त पैरलल बैठक का क्या मतलब ?
रखी तीन शर्तें
विधायक दल की बैठक के लिए जयपुर आए पार्टी पर्यवेक्षक माकन एवं मल्लिकार्जुन खड़गे सोमवार को दिल्ली लौटकर राज्य में मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम पर अपनी रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंपेंगे। इस बीच गहलोत कैंप ने तीन शर्तें रखी है। अजय माकन ने कहा, 'संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल, मुख्य सचेतक महेश जोशी एवं मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास उनके प्रतिनिधियों के तौर पर हमारे पास आए और उन्होंने तीन शर्तें रखीं। सबसे पहले तो उन्होंने कहा कि यदि अगर कांग्रेस अध्यक्ष को निर्णय लेने का अधिकार देने का प्रस्ताव पारित करना है तो बेशक ऐसा किया जाए, लेकिन उस पर फैसला 19 अक्टूबर के बाद होना चाहिए।'
महेश जोशी का बयान
राजस्थान के सियासी घमासान पर विधायक महेश जोशी जोशी बोले, 'हम चाहते हैं कांग्रेस न टूटे। सारे विधायक अपनी-अपनी बात रख रहे हैं। पार्टी आलाकमान के प्रति हमारी निष्ठा अडिग है और कोई किसी को कैप्चर नहीं कर रहा है। आलाकमान के सामने बाकी बात होगी। आत्मा की आवाज पर विधायकों ने काम किया और सभी विधायक एक साथ बात करेंगे।'
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