- अग्निपथ स्कीम का दूसरे विपक्षी दल भी कर रहे विरोध
- स्कीम में खामी साफ, 24 घंटे में सरकार ने किया संशोधन- कांग्रेस
- सरकार मे 2022 चक्र के लिए अपर एज लिमिट में दी छूट
अग्निपथ स्कीम का सबसे अधिक विरोध बिहार, यूपीस हरियाणा में हो रहा है। बीजेपी का कहना है कि यह स्कीम युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए है। कोविड की वजह से जो भर्तियां नहीं उस संबंध में भी सरकार ने उम्र बढ़ाने का फैसला लिया है लिहाज विरोध का औचित्य नहीं बन रहा है। इन सबके बीच बीजेपी के अहम घटक दलों में से एक जेडीयू की राय अलग है। जेडीयू का कहना है कि जिन लोगों के लिए सरकार योजना लेकर आई जब उन्हें मंजूर नहीं तो एक बार विचार होना चाहिए। जेडीयू के महासचिव के सी त्यागी ने कहा कि मोदी सरकार ने पहले कृषि कानूनों को देश हित में वापस लेकर सदाशयता का परिचय दिया है। वो सरकार ने एक बार फिर पुनर्विचार की अपील करते हैं।
बिहार में सबसे अधिक हिंसा
बिहार में सशस्त्र बलों में भर्ती की नई ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ आक्रोशित युवाओं का विरोध प्रदर्शन तीसरे दिन शुक्रवार को भी जारी रहा और प्रदर्शनकारियों ने तीन ट्र्रेन की 28 बोगियों में आग लगा दी।समस्तीपुर जिले में प्रदर्शनकारियों ने नई दिल्ली से दरभंगा जाने वाली बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन के 10 डब्बों को आग के हवाले कर दिया।आरपीएफ अवर निरीक्षक निरंजन कुमार सिन्हा ने बताया कि दिल्ली से जयनगर जाने वाली बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन के लगभग 10 डब्बे को काफी नुकसान पहुंचाया गया है।
प्रदर्शकारियों ने समस्तीपुर में रेल गुमटी संख्या 54 पर भी रेलवे ट्रैक को नुकसान पहुंचाया और शहर में सड़कों पर खड़ी एक दर्जन से अधिक गाड़ियों में तोड़फोड़ की।मुहद्दिनगर थाना प्रभारी उमेश पासवान ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने मुहद्दिनगर स्टेशन पर जम्मू से गुवाहाटी जाने वाली लोहित एक्सप्रेस ट्रेन में आग लगा दी जिससे उक्त ट्रेन के छह डिब्बे जलकर राख हो गए।लखीसराय में प्रदर्शनकारियों ने नई दिल्ली से भागलपुर जाने वाली विक्रमशिला एक्सप्रेस ट्रेन में आग लगा दी। इस ट्रेन की 12 बोगी आग लगने से क्षतिग्रस्त हो गईं।
कहलगांव रेल स्टेशन प्रबंधक वीरेंद्र मंडल ने बताया कि कहलगांव के अनुमंडल पदाधिकारी और स्थानीय पुलिस को मामले की सूचना दे दी गई है। रेल पुलिस मौके पर पहुंची और छात्रों को समझाने बुझाने के प्रयास में जुटी ।बक्सर में प्रदर्शनकारियों ने डुमरांव तथा बिहिया रेलवे स्टेशनों के पास रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया है जिससे हावड़ा-दिल्ली मुख्य रेल मार्ग पर ट्रेनों का परिचालन बाधित है।
यूपी में कुछ ट्रेनों को रोका गया
रक्षाकर्मियों की भर्ती संबंधी केंद्र की नयी ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ युवाओं के आंदोलन को देखते हुए पूर्वोत्तर रेलवे, उत्तर मध्य रेलवे और उत्तर रेलवे ने कई ट्रेन को रद्द कर दिया है तथा कुछ को रोकना पड़ा है।अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने उत्तर प्रदेश के बलिया में यार्ड में खड़ी ट्रेन के एक खाली डिब्बे में आग लगा दी। पूर्वोत्तर रेलवे एनईआर के जनसंपर्क अधिकारी पंकज सिंह ने रेलवे स्टेशन के बाहर यार्ड में खड़ी एक ट्रेन के खाली डिब्बे में कुछ लोगों ने आग लगा दी, लेकिन आग पर तुरंत काबू पा लिया गया और ज्यादा नुकसान नहीं हुआ।
उन्होंने बताया कि युवाओं के आंदोलन को देखते हुए पूर्वोत्तर रेलवे ने 12 रेलगाड़ियां निरस्त की हैं। इसमें वाराणसी-छपरा, छपरा-औरिहार, बलिया-वाराणसी, आजमगढ़-वाराणसी, प्रयागराज-रामबाग-मऊ, छपरा-वाराणसी, थावे- मसरख, मसरख-थावे, वाराणसी-बलिया और बनारस-पटना एक्सप्रेस ट्रेन शामिल हैं ।उन्होंने बताया कि इसके अलावा 15 ट्रेन को फिलहाल रेलवे स्टेशनों पर रोका गया है और हालात सही होने पर उन्हें एक-एक करके गंतव्य की ओर रवाना किया जा रहा है।
सिकंदराबाद में तोड़फोड़
केंद्र की सेनाओं में भर्ती की नयी योजना ‘अग्निपथ’ के खिलाफ शुक्रवार को दक्षिणी राज्य तेलंगाना में जमकर प्रदर्शन हुआ। इस दौरान सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ करने वाले प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने हवा में गालियां चलाईं।
दक्षिण-मध्य रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने तीन ट्रेन के कुछ डिब्बों में आग लगा दी। हालांकि, इन घटनाओं में कोई यात्री हताहत नहीं हुआ। वहां एक घटना हुई, उन्हें नियंत्रित करने के लिए गोलियां भी चलानी पड़ी। सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन और आसपास के इलाकों में तनाव व्याप्त हो गया, क्योंकि कार्रवाई के बाद लोग इधर-उधर भागने लगे। रेलवे स्टेशन के नजदीक स्थित दुकानें बंद हैं। गोलीबारी में किसी के हताहत होने की तत्काल कोई जानकारी नहीं है। हालांकि, टीवी पर दिख रहे वीडियो फुटेज में स्टेशन पर घायल कुछ प्रदर्शनकारियों को अस्पताल ले जाने के संकेत जरूर मिले हैं।