- गत तीन जून को कानपुर में हुई हिंसा, उपद्रवियों ने पत्थर एवं देसी बम फेंके
- संदिग्धों की पहचान के लिए कानपुर पुलिस ने पोस्टर चिपकाए हैं
- हिंसा मामले में कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, एक्शन में है पुलिस
Kanpur violence news: कानपुर हिंसा के खिलाफ यूपी सरकार ने कार्रवाई तेज कर दी है। कानपुर पुलिस मंगलवार को हिंसा प्रभावित इलाके में फ्लैग मार्च करेगी। सोमवार को पुलिस ने उपद्रव करने वाले 40 संदिग्धों का पोस्टर जारी किया। इनमें से तीन को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस हिंसा मामले में पुलिस ने छह संदिग्धों की पहचान की है। पुलिस हिंसा में पीएफआई कनेक्शन की भी जांच कर रही है। गिरफ्तार लोगों में मोहम्मद नफीस का भी नाम शामिल है। नफीस ग्वालटोली चर्च के सामने रहता है। पुलिस लोगों से पूछताछ कर आरोपियों को पकड़ने के लिए लगातार दबिश दे रही है। सल्लू नाम के एक युवक ने भी सरेंडर किया है।
शहर में लगे संदिग्धों के पोस्टर्स
बता दें कि पैगंबर मोहम्मद के बारे में भाजपा प्रवक्ता नुपूर शर्मा के बयान के विरोध में और उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर कानपुर में तीन जून को विरोध प्रदर्शन हुआ। यह प्रदर्शन हिंसक हो गया। लोगों ने पत्थरबाजी की और देसी बम फेंके। पुलिस हिंसा में शामिल उपद्रवियों पर शिकंजा कसने लगी है। संदिग्धों के पोस्टर शहर में लगाए गए हैं। पुलिस का कहना है कि ऐसे लोगों के पोस्टर निकाले गए हैं जिनकी पहचान संदिग्ध है। सूत्रों के अनुसार पुलिस कानपुर हिंसा मामले में मास्टरमाइंड हयात इसके अलावा जावेद, इशियान के पीएफआई कनेक्शन की जांच की जा रही है। इस मामले में यह भी खुलासा हुआ है कि हयात मोबाइल में 140 वाट्स ग्रुप थे। और उसके पास 6 मोबाइल थे। इस बीच पुलिस ने उस पेट्रोल पंप को सीज कर दिया है। जहां से आरोपियों ने तेल भरवाया था।