लखीमपुर घटना के पांच दिन के बाद आज केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र के बेटे और हिंसा के मुख्य आरोपी आशीष मिश्र से सुबह 10 बजकर 37 मिनट से क्राइम ब्रांच ऑफिस में पूछताछ शुरू हुई। आशीष मिश्र से कई घंटों तक लंबी पूछताछ की गई है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने 40 सवालों की फेहरिस्त तैयार की थी, जिन्हें लेकर आशीष मिश्र से पूछताछ की गई। बताया यह भी जा रहा है कि अशीष मिश्र अपने साथ वे सबूत लेकर गए थे, जिसमें उन्होंने दावा किया वह उस जगह मौजूद नहीं थे, जहां हिंसा हुई। लेकिन मामले की जांच कर रही SIT उनके जवाबों से संतुष्ट नजर नहीं आ रही है।
इस मामले में एक तरफ पुलिस अपना काम कर रही है तो दूसरी तरफ विपक्ष मामले पर राजनीति कर रहा है। कांग्रेस ने दिल्ली में प्रदर्शन किया तो समाजवादी पार्टी ने योगी सरकार पर हमला बोला और संविधान को कुचलने का आरोप लगाया। विपक्षी नेताओं की मांग है कि गृहराज्य मंत्री अजय मिश्र के इस्तीफे के बिना न्याय मिलना संभव नहीं है। उधर किसान मोर्चा ने भी लकीमपुर खीरी मामले में जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। संयुक्त किसान मोर्चा ने लखीमपुर हिंसा के खिलाफ 18 अक्टूबर को रेल रोकने की बात कही है। किसान नेता राकेश टिकैत ने केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र की बर्खास्तगी और उनके बेटे की गिरफ्तारी की मांग की है। टाइम्स नाउ नवभारत के शो राष्ट्रवाद में आज इसी मसले पर चर्चा हुई। ऐसे में सवाल हैं :
आशीष ने पुलिस को कितना सच बताया, कितना छुपाया?
3 अक्टूबर का संपूर्ण सच अब आएगा सामने?
आशीष गिरफ्तार क्यों नहीं?
धारा 302 के तहत हत्या का केस दर्ज तो गिरफ्तारी क्यों नहीं?
क्या आशीष के जवाब से संतुष्ट है पुलिस?
क्या पुलिस के पास आशीष के खिलाफ कोई सबूत नहीं?
पिता गृहराज्य मंत्री तो पुलिस कार्रवाई से बच रही?
आशीष की गिरफ्तारी नहीं तो कौन मुख्य आरोपी?