- कोरोना के खतरे के चलते 2020 और 2021 में नहीं हुई अमरनाथ यात्रा
- आतंक की हाल की घटनाओं को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं
- लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने पहले जत्थे को जम्मू बेस कैंप से रवाना किया
Amarnath Yatra : अमरनाथ के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना हो गया है। इस पहले जत्थे को भारी सुरक्षा बीच रवाना किया गया है। जम्मू कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने पहले जत्थे को जम्मू बेस कैंप से रवाना किया। यह यात्रा 30 जून से शुरू हो रही है। इस यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखा गया है। रवानगी के समय श्रद्धालुओं ने 'जय जय बम भोले' के नारे लगाए। जम्मू कश्मीर में आतंक की हाल की घटनाओं को देखते हुए इस बार यात्रा के लिए भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। कोरोना संक्रमण के चलते पिछले दो साल से अमरनाथ यात्रा नहीं हो पाई है। दो साल के बाद यात्रा शुरू होने से भगवान शिव के भक्तों में काफी उत्साह एवं जोश है।
2020 और 2021 में यात्रा स्थगित रही
अमरनाथ यात्रा के लिए दो रास्तों पहलगाम और बालटाल रास्तों का इस्तेमाल होता है। कोरोना के खतरे को देखते हुए जम्मू एवं कश्मीर प्रशासन ने श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड से बातचीत करने के बाद 2020 और 2021 की यात्रा स्थगित कर दी। अमरनाथ के रास्ते में श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई दिक्कत न हो प्रशासन की तरफ से इसे सुनिश्चित किया गया है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को अमरनाथ यात्रा के लिए बनाए गए आधार शिविर का दौरा कर यात्रा के लिए व्यवस्था की समीक्षा की और कहा कि तीर्थयात्रा सुचारू रूप से सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षाबल सतर्क हैं।