नई दिल्ली: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी की कथित आत्महत्या के मामले में पुलिस ने उनके शिष्य आनंद गिरी को हिरासत में लिया है। ADG, लॉ एंड ऑर्डर, प्रशांत कुमार ने बताया कि (शिष्य) आनंद गिरी के खिलाफ आईपीसी की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसका नाम महंत नरेंद्र गिरी की मौत के मामले में सुसाइड नोट में भी है। जांच की जा रही है। आनंद गिरी को उसी दिन पुलिस हिरासत में लिया गया था।
आपको समझना होगा कि जिस आनंद गिरी को पुलिस ने नरेंद्र गिरी की मौत के मामले में हिरासत में लिया है, उसका नरेंद्र गिरी के साथ विवाद क्या था।
गुरु-शिष्य विवाद की वजह
- आनंद गिरि पर आरोप लगने से नाराज थे नरेंद्र गिरी
- सिडनी दौरे के वक्त आनंद गिरी पर लगे थे आरोप
- कुछ लड़कियों ने अमर्यादित व्यवहार के आरोप
- आनंद हाईटेक संत के तौर पर पहचान बना रहा था
- विदेशी दौरे के वक्त हाईटेक तस्वीरें खिंचाता था आनंद
- आनंद गिरी खुद को मठ का उत्तराधिकारी बताता था
- दान और मठ के पैसों में हेराफेरी के भी आरोप लगे
- आरोपों के बाद नरेंद्र गिरी ने गद्दी और मठ से हटाया
- 26 मई 2021 को आनंद गिरी ने पैर पकड़कर माफी मांगी
- नरेंद्र गिरि के गनर और आनंद गिरि के बीच भी विवाद था
आनंद गिरि 2019 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गया था। सिडनी में आनंद को पुलिस ने हिरासत में लिया गया था। उस पर लड़कियों से दुर्व्यवहार के आरोप लगे थे। बाद में आरोपों को वापस लिया गया था। आनंद गिरी दुबई यात्रा पर भी गया। वहां की तस्वीरों को देखकर बिल्कुल नहीं लगेगा कि आनंद गिरी कोई संत था। आनंद गिरी दुबई में जाकर बाज के साथ तस्वीरें खिंचवा रहा था। इसके अलावा दुबई जाकर उसने डेजर्ट बाइक की सवारी की और उस पर बैठकर भी तस्वीरें खिंचवाईं। आनंद गिरी को महंगे होटलों में रहना पसंद था, इसलिए वो दुबई जाकर बड़े-बड़े होटलों में फोटो खिंचवाता था।
पुलिस के रडार में कौन-कौन
- आनंद गिरी- नरेंद्र गिरी का शिष्य
- आध्या तिवारी- लेटे हनुमान मंदिर का मुख्य पुजारी
- संदीप तिवारी- आध्या तिवारी का बेटा
- अजय सिंह, सिपाही
- मनीष, स्थानीय निवासी
- अभिषेक, स्थानीय निवासी
- प्रयागराज के कुछ प्रॉपर्टी डीलर
- 1 बिल्डर, आनंद गिरि का करीबी
- 1 स्थानीय नेता