जम्मू-कश्मीर में एक और बीजेपी नेता की हत्या कर दी गई,आतंकी आए, ताबड़तोड़ गालियां चलाईं और बीजेपी नेता गुलाम रसूल डार और उनकी पत्नी जवाहिरा को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। सुरक्षाबलों ने आतंकियों को पकड़ने के लिए कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया लेकिन अभी तक आतंकी सुरक्षाबलों की पहुंच से दूर हैं।
इस मामले को लेकर जम्मू-कश्मीर पुलिस की तरफ से बयान आया पुलिस ने मामले से अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि सरपंच और उनकी पत्नी को सुरक्षा दी गई थी लेकिन वारदात के वक्त उनका PSO मौके पर नहीं था, जिस वजह से उसे सस्पेंड किया जाता है, पुलिस ने तो ये कार्रवाई करके खानापूर्ति कर दी लेकिन बीजेपी ने इस मुद्दे को पकड़ लिया।
केंद्र से लेकर राज्य तक इस मामले पर बीजेपी नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी, हत्या के विरोध में प्रदर्शन भी किया लेकिन बड़ा सवाल ये किया क्या जम्मू-कश्मीर में एक के बाद एक हो रही बीजेपी नेताओं की हत्या ये बताती हैं कि राज्य में धारा 370 के हटने से आतंकी बौखला गए हैं, क्या केंद्र और राज्य जम्मू-कश्मीर में नेताओं को सुरक्षा देने में नाकाम है ? साथ ही सवाल ये भी कि नए कश्मीर के विकास में रोड़ा आखिर कौन बन रहा है...