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News ki Pathshala: 'संसद में जो कुछ हुआ वो बर्दाश्त नहीं, सजा ऐसी मिले जो नजीर बने'

Updated Aug 13, 2021 | 00:00 IST

राज्यसभा में विपक्षी सांसदों के आचरण से देश सन्न है, सरकार की तरफ से जारी सीसीटीवी फुटेज के बारे में विपक्ष का कहना है देश के सामने आधा सच रखा जा रहा है जिसके बारे में संसदीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने जवाब दिया।

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मुख्य बातें
  • 11 अगस्त को हंगामे के बीच कुल चार विधेयक पेश
  • राज्यसभा-29% लोकसभा- 21% पासिंग काम हुआ
  • इससे पहला का सेशन- बजट सेशन राज्यसभा- 90% लोकसभा- 107% कामकाज

राज्यसभा में हंगामे का सीसीटीवी फुटेज जारी किए जाने के बाद हंगामे की जगह संसद की जगह सड़क हो गई है। विपक्ष का आरोप है कि सरकार मे आधे अधूरे सीसीटीवी फुटेज को जारी किया है। सरकार की तरफ से जो कुछ कहा जा रहा है वो पूरा सच नहीं है। यह बात अलग है कि इस विषय पर Times Now नवभारत के कार्यक्रम न्यूज की पाठशाला में संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी रूबरू और तफसील से बताया कि मुद्दा विहीन विपक्ष की करतूत अब जबकि कैमरे में कैद है विक्टिम कार्ड खेल रहा है। प्रह्लाद जोशी ने और कुछ क्या कहा उससे पहले मार्शल अक्षिता भट की जुबानी बताएंगे कि आखिर बुधवार को क्या कुछ हुआ था। 

अक्षिता भट ने राज्यसभा के सिक्योरिटी डायरेक्टर को कंप्लेन दी है
11 अगस्त की पूरी कहानी बताई है,शाम साढ़े 6 बजे के करीब कुछ पुरुष सांसद प्रदर्शन कर रहे थे,मेरी तरफ दौड़े सुरक्षा घेरे को तोड़ने की कोशिश कीटेबल की तरफ जाने की कोशिश कीअक्षिता ने सांसदों को रोकादो महिला सांसद आ गएसांसद छाया वर्मा सांसद फूलो देवी नेताम महिला सांसद पुरुष सांसदों के लिए रास्ता बनाने लगी महिला सांसदों ने अक्षिता को खींचाजिससे पुरुष सांसदों के रास्ते से अक्षिता हट जाए,महिला सांसद आक्रामक हो गई थीं.लेकिन अक्षिता ने गरिमा बनाए रखीअक्षिता ने अपनी ड्यूटी निभाई सांसदों को चेयरमैन की तरफ जाने से रोका.इसी की वजह से अक्षिता को चोट भी आई। अक्षिता के बाएं कंधे पर चोट लगी, बाएं हाथ की कलाई पर मरोड़ दी थी. संसद में ही प्राथमिक उपचार कराया गया, अक्षिता को बैंडेज लगाया गया, दवाएं दी गईं।

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सिक्योरिटी स्टॉफ किसी का पक्ष नहीं होता
संसद का सिक्योरिटी स्टॉफ किसी पक्ष का नहीं होता। उसकी ड्यूटी है संसद की सुरक्षा करना । उसकी ड्यूटी है सांसदों की रक्षा करना। उसकी ड्यूटी है संसद की संपत्ति की रक्षा करना। उसकी ड्यूटी है कि हालात बेकाबू हो जाएं तो काबू करना। विपक्ष ने आरोप लगाया कि  बड़ी संख्या में बाहर से मार्शल बुलाए गए। विपक्ष ने आरोप लगाया कि ।सांसदों से ज़्यादा मार्शल बुलाए गए थे। हम आपको बताते हैं कि कल कितने मार्शल बुलाए गए थे। 12 महिला मार्शल 18 पुलिस मार्शल. कुल 30 मार्शल बुलाए गए थे। 

11 अगस्त (बुधवार) को हंगामे के बीच 4 बिल पास 

ओबीसी आरक्षण संशोधन बिल , साधारण बीमा कारोबार (राष्ट्रीयकरण) संशोधन विधेयक, 2021. राष्ट्रीय भारतीय आयुर्विज्ञान प्रणाली आयोग (संशोधन) विधेयक, 2021, राष्ट्रीय होम्योपैथी आयोग (संशोधन) विधेयक, 2021, मानसून सत्र के दौरान  राज्यसभा में कुल 19 विधेयक पास  5 विधेयक पेश किए गए थे। 

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