- मंदिर-मस्जिद की लड़ाई अब यूपी की राजधानी तक आई
- औरंगजेब का अत्याचार, नई जगह, नए साक्ष्य ?
- काशी-मथुरा ही नहीं,'लक्ष्मणपुरी' में भी 'महापाप'?
नई दिल्ली: काशी और मथुरा में मंदिर और मस्जिद की कानूनी लड़ाई अभी कोर्ट में है ऐसी ही एक विवाद यूपी की राजधानी लखनऊ तक आ पहुंचा है । लखनऊ में भी एक जगह ऐसी है जिसे लेकर हिंदू और मुस्लिम पक्ष एक दूसरे से कानूनी केस लड़ रहे हैं, ये जगह है टीले वाली मस्जिद।हिंदू पक्ष दावा करता है कि टीले वाली मस्जिद कभी लक्ष्मण का टीला हुआ करता था और उस जगह पर औरंगजेब ने मस्जिद बनवा दी हिंदू पक्ष का दावा है कि 2013 में एक सर्वे हुआ था। उस सर्वे में मंदिर और हिंदू सनातन परंपरा से जुड़ी चीजें मिली हैं। सवाल है कि क्या अब लखनऊ के इस ज्ञानवापी का विवाद भी कोर्ट में तूल पकड़ेगा?
हो चुका है सर्वे
इतिहास के कुछ जानकारों और हिंदू मान्यता के मुताबिक लखनऊ को लक्ष्मण से जोड़ा जाता है। कहा जाता है कि आज जो लखनऊ है उसे लक्ष्मण ने ही बसाया था। इसी आधार पर हिंदू पक्ष दावा कर रहा है कि टीले वाली मस्जिद के सर्वे को कोर्ट ने माना तो फैसला हिंदू धर्म के मुताबिक ही आएगा। साल 2013 में कोर्ट के आदेश पर टीले वाली मस्जिद में सर्वे हुआ था। TIMES NOW नवभारत के पास वो एक्सक्लूसिव सर्वे मैप मौजूद है। इसी सर्वे में कई चौंकाने वाली जानकारियां छिपी हुई हैं। सर्वे मैप के मुताबिक टीले वाली मस्जिद पर शेषनागेस्था तीलेश्वर महादेव का मंदिर मिला। यहीं पर शेषावतार लक्ष्मण का मंदिर भी मिला। सर्वे रिपोर्ट में बताया गया था कि शेषनागेस्था मंदिर तीलेश्वर महादेव का चबूतरा था। इसी के साथ वहां सर्वे में मंदिर की सीढ़ियां भी मिलीं और उसी के बगल में टीले वाली मस्जिद भी है।
क्या ज्ञानवापी मुद्दे को आधार बना PFI भड़का रहा है, इनसाइड स्टोरी
कोर्ट में पेंडिंग है केस
फिलहाल टीले वाली मस्जिद का मामला सिविल कोर्ट में पेडिंग हैं । हालांकि मुस्लिम पक्ष से जुड़े लोग टीले वाली मस्जिद को हिंदू पक्ष की ओर से भड़काने का कोशिश करार दे रहे हैं। हिंदू महासभा ने ऐतिहासिक दस्तावेजों का हवाला देकर टीले वाली मस्जिद को लक्ष्मण टीला बताते हुए इसके सामने श्रीराम के भाई लक्ष्मण की 151 फीट ऊंची प्रतिमा लगाने की मांग की है। शुक्रवार को लखनऊ की टीले वाली मस्जिद में हर शुक्रवार के मुकाबले कहीं ज्यादा नमाजी पहुंचे थे। आमतौर पर जुमे की नमाज पर यहां इतनी ज्यादा भीड़ नहीं पहुंचती है। इस भीड़ की वजह है सोशल मीडिया पर वायरल एक पोस्ट। दरअसल पिछले दिनों हिंदू महासभा ने टीले वाली मस्जिद बनाम लक्ष्मण टीला का मुद्दा उठाया था जिसके बाद लखनऊ में भी माहौल गरम हो गया है। हालांकि इस पोस्ट को शेयर करने से मुस्लिम पक्ष इनकार कर रहा है।
अब जब काशी के ज्ञानवापी का मामला कोर्ट में है और काशी में हुए सर्वे में तो मंदिर के साक्ष्य मिलने तक का दावा हिंदू पक्ष की ओर से किया जा रहा है ठीक उसी तरह अब हिंदू पक्ष की ओर से दावा किया जा रहा है कि लखनऊ में जो टीले वाली मस्जिद है उसका भी विवाद जल्द से जल्द कोर्ट से सुलझे ताकि लक्ष्मण टीले की सच्चाई क्या है देश के सामने आ सके।