- 1947 में जब देश आजाद हुआ तो स्वतंत्रता की खुशी के साथ-साथ विभाजन की पीड़ा भी मिली
- नफरत व हिंसा की आग के बीच न केवल सीमाएं बंटी, बल्कि दिलों पर भी लकीर खिंच गई
- उस त्रासदी को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा
नई दिल्ली : देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ की जश्न में डूबा है तो स्वतंत्रा दिवस (15 अगस्त) से एक दिन पहले का दिन विभाजन की त्रासदी की याद भी दिलाता है, जब एक ही मुल्क के दो टुकड़े हुए और भारत और पाकिस्तान दो अलग मुल्कों के रूप में सामने आए। विभाजन ने न सिर्फ धरती पर लकीर खींची, बल्कि दिलों को भी बांटने का काम किया, जिसका खामियाजा असंख्य लोगों को भुगतना पड़ा। यह वो दौर था जब देश नफरत व हिंसा की आग में जल रहा था।
आजादी का ऐलान खुशियां लेकर आया तो बंटवारे का गम भी दे गया। विभाजन एक बड़ी मानवीय त्रासदी लेकर आया। हर तरफ मची मारकाट में लाखों लोगों की जान गई तो करोड़ों बेघर हो गए। महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग सब हिंसा व नफरत की भेंट चढ़ गए। यहां तक कि महिलाओं की अस्मिता भी सुरक्षित न रही। ब्रिटिश भारत का बंटवारा बड़ी मानवीय त्रासदी के रूप में सामने आया, जो आज भी सालता है।
पीएम मोदी ने किया ट्वीट
सरकार ने अब इस दिन को त्रासदी की उसी दुखद याद के रूप में मनाने का फैसला लिया है, जिसे लेकर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता। नफरत और हिंसा की वजह से हमारे लाखों बहनों और भाइयों को विस्थापित होना पड़ा और अपनी जान तक गंवानी पड़ी। उन लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के तौर पर मनाने का निर्णय लिया गया है।'
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, 'Partition Horrors Remembrance Day का यह दिन हमें भेदभाव, वैमनस्य और दुर्भावना के जहर को खत्म करने के लिए न केवल प्रेरित करेगा, बल्कि इससे एकता, सामाजिक सद्भाव और मानवीय संवेदनाएं भी मजबूत होंगी।'
यहां उल्लेखनीय है कि भारत जहां 15 अगस्त को अपनी आजादी का जश्न मनाएगा, वहीं पाकिस्तान में आज (14 अगस्त) ही आजादी का दिन है। इस मौके पर अटारी-वाघा बॉर्डर पर पाकिस्तान रेंजर्स और भारत के सीमा सुरक्षा बल (BSF) के बीच मिठाइयों का आदान-प्रदान हुआ। बीएसएफ की ओर से रविवार (15 अगस्त) को भारत के स्वतंत्रा दिवस के मौके पर पाकिस्तान को मिठाइयां प्रदान की जाएंगी।