- बस में शख्स को सांस लेने में तकलीफ हुई और उसकी मौत हो गई
- महिला रास्ते में घटों तक शव ले जाने के लिए गुहार लगाती रही
- बाद में झांसी पुलिस ने मदद करते हुए शव को वाहन से घर पहुंचवाया
नई दिल्ली: कोरोना संकट के दौरान झांसी के मऊरानीपुर में मानवता उस समय तार-तार हो गई जब बस में सफर कर रहे एक वृद्ध की अचानक मौत हो गई और चालक ने शव व उसकी पत्नी को बीच रास्ते में उतार दिया। इसके बाद बीच सड़क पर पत्नी अपने पति की लाश को देखकर घंटों सिसकियां ले-लेकर रोती रही और लोगों से शव ले जाने के लिए गुहार लगाती रही।
यह घटना झांसी के मऊरानीपुर तहसील क्षेत्र की है। महिला का कहना है कि वह अपने पति के साथ बच्चों से मिलने दिल्ली गई थी। वहां से लौटकर बस द्वारा अपने गांव उर्द मऊ छतरपुर जा रही थी। सुबह जब वह मऊरानीपुर में अंबेडकर तिराहे के पास पहुंची तभी उसके पति को सांस लेने में तकलीफ हुई और हालत बिगड़ गई। इससे पहले उन्हें उपचार मिलता उनकी बस में ही मौत हो गई। यह देख बस चालक बीच रास्ते में ही उसे और उसके पति की लाश को छोड़कर भाग गया।
महिला को रोते-बिखलते देख कुछ लोगों ने इसकी सूचना थाने की पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को दूसरे वाहन से उसके घर भिजवाया।
पुलिस ने वाहन से शव घर पहुंचवाया
रोड पर रखी हुई लाश का वीडियो जब वायरल होने लगा तो आईजी रेंज झांसी ने झांसी पुलिस से ट्वीट करके जानकारी मांगी और मामले की जांच करने को कहा। झांसी पुलिस से ट्वीट करके जानकारी दी कि मृतक के परिजनों से बात करने से पता चला कि लंबी बीमारी से पीड़ित होने के कारण हृदय लाल (50) की रास्ते में मौत हो गई। बस चालक ने शव और महिला को रास्ते में ही उतार दिया। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा परिजनों की इच्छा के मुताबिक प्राइवेट वाहन उपलब्ध कराकर उनके घर के लिए रवाना कराया गया।