- कानपुर में लोगों ने प्रशासन का सहयोग किया, शांतिपूर्ण तरीके से नमाज पढ़ी गई
- दिल्ली के जामा मस्जिद में प्रदर्शनकारियों ने नुपूर शर्मा के बयान के खिलाफ प्रदर्शन किया
- उत्तर प्रदेश के सहारनपुर एवं मुरादाबाद में भी हुआ प्रदर्शन, लोगों ने की नारेबाजी
Jama Masjid Protest: पैगंबर मोहम्मद के बारे में नुपूर शर्मा के आपत्तिजनक बयान के बाद विरोध-प्रदर्शन का सिलसिला जारी है। कानपुर में तीन जून की हिंसा के बाद यूपी सरकार अलर्ट पर है। शुक्रवार को होने वाली जुमे की नमाज को देखते हुए राज्य सरकार ने कानपुर, लखनऊ सहित पूरे राज्य में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की हुई है। प्रशासन की कड़ी निगरानी के बीच कानपुर में जुमे की नमाज तो शांतिपूर्वक अता कर दी गई लेकिन मुरादाबाद एवं सहारनपुर की मस्जिदों में नमाजियों ने प्रदर्शन किया और हेट स्पीच के खिलाफ नारे लगाए। दिल्ली की जामा मस्जिद में भी प्रदर्शनकारी जुटे और प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों को दिल्ली पुलिस ने हटाया
दिल्ली की जामा मस्जिद में बड़ी संख्या में जुटे लोगों ने भाजपा से निलंबित हो चुकीं नुपूर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन पर जामा मस्जिद के शाही इमाम बुखारी ने कहा कि उनकी तरफ से प्रदर्शन नहीं बुलाया गया था। इमाम ने कहा कि वह प्रदर्शनकारियों का समर्थन नहीं करते हैं। प्रदर्शन में शामिल लोग ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के या ओवैसी के समर्थक हो सकते हैं। दिल्ली पुलिस का कहना है कि जामा मस्जिद में हालात नियंत्रण में है और हमने प्रदर्शनकारियों को वहां से हटा दिया है। बुखारी ने कहा, 'हमने प्रदर्शन की इजाजत दी थी लेकिन उनका समर्थन नहीं किया।'
कानपुर में ड्रोन से रखी जा रही निगरानी
गत तीन जून की कानपुर में हुई हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश में पुलिस अलर्ट पर है। खासकर कानपुर में विशेष सवाधानी बरती जा रही है। शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद राज्य में पत्थरबाजी जैसी कोई हिंसक घटना न हो इसके लिए पुलिस एवं प्रशासन ने पहले से तैयारी की है। कानपुर में चप्पे-चप्पे की निगरानी की जा रही है। संवेदनशील इलाकों में ड्रोन एवं सीसीटीवी से नजर रखी जा रही है।
कानपुर हिंसा : जुमे की नमाज से पहले यूपी में हाई अलर्ट, ड्रोन से नजर, पुलिस का फ्लैग मार्च
कानपुर के यतीमखाने इलाके में पुलिस ने शुक्रवार को फ्लैग मार्च किया और लोगों को भरोसा दिया कि वे सुरक्षित हैं। शहर में सीआरपीएफ की 10 एवं आरपीएफ की 3 कंपनियां तैनात की गई हैं। कानपुर में प्रसाशन ने 125 संवेदनशील जगहों की पहचान की है।