- दिल्ली में किसान आंदोलन के बीच गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब पहुंचे पीएम मोदी
- रायसीना हिल्स के पीछे स्थित इस गुरुद्वारे में पिछले 25 दिन से 'सिख समागम' चल रहा है
- पीएम मोदी ने दी किसानों को संदेश देने की कोशिश
नई दिल्ली: दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार सुबह-सुबह बिना किसी सुरक्षा के दिल्ली के रकाबगंज स्थित गुरुद्वारे में पहुंचे। इस गुरुद्वारे में सिख समागम चल रहा है और यहां पहुंचकर उन्होंने गुरु तेगबहादुर सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उन्होंने वहां लोगों से बातचीत की और फिर अरदास कर चुपचाप वहां से निकल गए। प्रधानमंत्री मोदी के गुरुद्वारा रकाबगंज पहुंचने के दौरान ना तो कोई पुलिस बंदोबस्त किया गया और ना ही आमजन के लिए यातायात अवरोधक लगाए गए थे।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुद्वारे में मत्था टेका और आमजन के लिए किसी तरह के यातायात अवरोधक नहीं लगाए गए थे। गुरु तेग बहादुर की पार्थिव देह का गुरुद्वारा रकाबगंज में अंतिम संस्कार किया गया था। प्रधानमंत्री मोदी का दिल्ली में स्थित सिखों के इस अहम तीर्थस्थल पर मत्था टेकना ऐसे समय में महत्वपूर्ण है, जब खासकर पंजाब के किसान केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं
किया ट्वीट
इसके बाद पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'यह गुरु साहिब की विशेष कृपा है कि हम अपनी सरकार के कार्यकाल के दौरान श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400 वें प्रकाश पर्व को मना रहे हैं। आइए हम इस पुण्य अवसर को ऐतिहासिक तरीके मनाएं और श्री गुरु तेग बहादुर जी के आदर्शों को मनाएं। मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मुझे गुरु के चरणों में आनंदमय समय बिताने का अवसर मिला। गुरु नानक देव जी की 550 वीं जयंती मनाना मेरे लिए गर्व की बात है'
संदेश देने की कोशिश
यहां पहुंचकर पीएम मोदी ने किसान आंदोलन में शामिल पंजाब और हरियाणा के किसानों को बड़ा संदेश देने की कोशिश की। दरअसल पिछले 25 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों का बड़ा आंदोलन चल रहा है और ऐसे में सरकार की लगातार किसानों को मनाने में जुटी हुई है लेकिन अभी तक कोई खास सफलता नहीं मिल सकी। अब पीएम द्वारा सिख समागम में शामिल होकर किसानों को एक संदेश देने की कोशिश की है।