टाइम्स नाउ नवभारत की एडिटर इन चीफ नाविका कुमार ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से खास बातचीत की है। उनसे 2022 में यूपी और 2024 में दिल्ली को लेकर सवाल किए गए। 2022 में यूपी में योगी की वापसी हो रही है या अखिलेश बाजी पलटने वाले हैं? पवार और ममता में क्या डील हुई है? प्रशांत किशोर को कांग्रेस में जाने से किसने रोक दिया? पीके से बेहद तीखे और सीधे सवाल हुए।
इंटरव्यू में प्रशांत किशोर ने कहा कि यूपी चुनाव के नतीजों को 2024 के नतीजों से नहीं जोड़ सकते। ऐसा नहीं है कि जो यूपी जीतेगा वो 2024 जीतेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उन्होंने कहा कि मैं 100 बार कह चुका हूं कि मोदी जी जहां हैं, वो अपनी ताकत की वजह से हैं। प्रशांत किशोर जैसे लोग किसी को भी जिता-हरा नहीं सकते। पश्चिम बंगाल की जीत ममता बनर्जी और टीएमसी के लिए बहुत बड़ी है। इसी के आधार पर टीएमसी और ममता आगे कुछ करना चाहती हैं। TMC बंगाल के बाहर अपनी पकड़ बनाने में जुटी है। जो जीतने वाली टीम होती है, उसे लेकर लोग आगे बढ़ते हैं।
2017 में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन के प्रदर्शन पर प्रशांत किशोर ने कहा कि यूपी में मेरा अनुभव खराब रहा। जब आप लाइफ में कहीं फेल होते हैं, तो उससे आपको सीखने का मौका मिलता है। गलती मेरी है। जो सही नहीं हुआ, उसकी जिम्मेदारी मेरी है।
उन्होंने कहा कि बिना कांग्रेस के सशक्त विपक्ष की संभावना कम हैं। यूनाइटेड विपक्ष न हो बल्कि मजबूत विपक्ष होना चाहिए। मजबूत विपक्ष बनाने के लिए एक मजबूत चेहरा चाहिए। सभी दलों को जोड़कर यूनाइटेड विपक्ष नहीं बना सकते। सिर्फ दलों को इकट्ठा करके बीजेपी को नहीं हरा सकते। चुनाव जीतने के लिए आपको 4 M की जरूरत होती है.. पहला M-मैसेंजर, दूसरा M-मैसेज, तीसरा M-मिशनरी और चौथा M-मैकेनिक्स।
पीके ने कहा कि कांग्रेस से मेरी पिछले 2 साल से बात हो रही है। राहुल गांधी ने मुझे बुलाया तो मैं मिलने गया। मैंने कांग्रेस को पुनर्जीवित करने की योजना बताई। अब उसे मानना या न मानना ये उनके ऊपर है। मेरे और कांग्रेस में ज्यादा बातों को लेकर सहमति है। मैंने कांग्रेस ज्वॉइन करने का मन बना लिया था। 2 या 3 बातें ऐसी थी, जिन पर हमारी सहमति नहीं बनी।
रैपिड फायर के कई सवालों के जवाब में प्रशांत किशोर ने कहा कि वो नीतीश कुमार के साथ दोबारा काम करना पसंद करेंगे। उन्होंने ये भी कहा कि राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री बन सकते हैं। बीजेपी यूपी में 2017 से भी बड़ी जीत हासिल कर सकती है।