नई दिल्ली: पंजाब में कुछ देर बाद चन्नी की टीम बनने जा रही है। शाम साढ़े 4 बजे चंडीगढ़ में नवनियुक्त मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की कैबिनेट के सदस्य शपथ लेंगे। राजभवन में होने वाले कैबिनेट विस्तार के कार्यक्रम में राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित मंत्रियों को शपथ दिलाएंगे। सूत्रों के हवाले से खबर है कि चरणजीत चन्नी मंत्रिमंडल में 15 से ज्यादा मंत्री शामिल हो सकते हैं, जबकि कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी 5 मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है। हालांकि कैप्टन कैबिनेट में शामिल रहे कुछ मंत्रियों को चन्नी मंत्रिमंडल में रिपीट किया जा सकता है।
हालांकि चन्नी कैबिनेट के शपथ ग्रहण से पहले पंजाब कांग्रेस में विरोध के सुर उठने लगे है। राणा गुरजीत के खिलाफ 6 विधायकों ने मोर्चा खोल दिया है। गुरजीत को कैबिनेट में शामिल नहीं करने की मांग उठी है। PCC चीफ नवजोत सिद्धू को पत्र लिखकर कांग्रेस विधायकों ने घोटाले के आरोपों का हवाला दिया है और मांग कि है कि मंत्रिमंडल में राणा गुरजीत सिंह को शामिल नहीं किया जाए।
कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा ने कहा कि पार्टी उनकी (राणा गुरजीत सिंह की) मंत्री के रूप में प्रस्तावित नियुक्ति के साथ एक बड़ी गलती करने जा रही है। हम इस बारे में अपने प्रदेश पार्टी अध्यक्ष (नवजोत सिंह सिंधु) से बात करेंगे। कांग्रेस के 6 विधायक और 1 पूर्व पीसीसी अध्यक्ष ने सिद्धू को एक संयुक्त पत्र में राणा गुरजीत सिंह को 'खनन घोटाले' में शामिल होने के कारण प्रस्तावित कैबिनेट से हटाने की मांग की और इसके बजाय आने वाले चुनाव को देखते हुए एक साफ दलित चेहरे को शामिल करने की बात की है।