- आलाकमान को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की चेतावनी
- सिद्धू बोले- फैसला लेने से रोका गया तो ठीक नहीं होगा
- फैसला लेने का अधिकार नहीं तो कोई फायदा नहीं- सिद्धू
अमृतसर: पंजाब में कांग्रेस की मुश्किलें खत्म होने का नाम नैन ले रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर होने तल्ख़ तेवर दिखा दिए हैं। उन्होंने एक तरह से चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उन्हें फ़ैसला लेने से रोका गया तो वह ईंट से ईंट बजा देंगे। इसके पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने बुधवार को कहा कि पार्टी पंजाब पार्टी प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकारों को हटा सकती है।
सिद्धू ने दिया अल्टीमेटम
सिद्धू ने निर्णय लेने में आजादी नहीं मिलने का आरोप लगाया है। सिद्धू का यह अल्टीमेटम तब आया है, जब कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी हरीश रावत द्वारा स्पष्ट रूप से कहा गया था कि उन्हें या तो अपने दोनों सलाहकार प्यारे लाल गर्ग और मलविंदर सिंह माली को बर्खास्त कर देना चाहिए या फिर पार्टी द्वारा ऐसा ही किया जाएगा। वहीं रावत ने आज सिद्धू के अल्टीमेटम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'मैं मीडिया की अटकलों के आधार पर उनसे सवाल नहीं कर सकता। मैं बयान का संदर्भ देखूंगा। वह पार्टी प्रमुख हैं, उनके अलावा कौन निर्णय ले सकता है?'
माली ने दिया इस्तीफा
इससे पहले आज ही सिद्धू के सलाहकार मालविंदर सिंह ने अपने पद से इस्तीफा देते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह पर हमला बोला था। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें कुछ होता है तो इसके लिए कैप्टन जिम्मेदार होंगे। उन्होंने इस्तीफे में लिखा, 'अगर मेरे साथ कुछ भी अनहोनी हो जाती है तो कैप्टन अमरिंदर सिंह, कैबिनेट मंत्री विजय इंदर सिंगला, पंजाब से सांसद मनीष तिवारी, पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल, पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया, बीजेपी के सुभाष शर्मा और आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा और जरनैल सिंह जिम्मेदार होंगे।'
माली ने अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखा था कि भारत और पाकिस्तान दोनों ही कश्मीर में अवैध कब्जेदार हैं। माली ने फेसबुक पर एक कैरिकेचर भी पोस्ट किया था जिसमें पूर्व पीएम इंदिरा गांधी बंदूक लिए पोज दे रही थीं।