नई दिल्ली : पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार मालविंदर सिंह माली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। कश्मीर पर विवादित बयान देने के बाद माली की मुसीबतें बढ़ गई थीं और कांग्रेस उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के बारे में भी सोच रही थी। माली का इस्तीफा सिद्धू के लिए झकटे के रूप में देखा जा रहा है। पंजाब कांग्रेस में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और सिद्धू के बीच टकराव चरम पर पहुंच गया है। माली के बयान के बाद सिद्धू को बैकफुट पर आना पड़ा है। कांग्रेस के बड़े नेता भी उन पर निशाना साध रहे थे।
सिद्धू पर सवाल से बचते नजर आए रावत
पंजाब कांग्रेस में जारी उठापठक पर राज्य के कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने 'टाइम्स नाउ नवभारत' के साथ बातचीत में कहा, 'कल पंजाब के कुछ साथी हमसे मिले। उनसे 2022 के विस चुनाव पर चर्चा हुई। उनकी कुछ चिंताएं भी हैं। उनका हल हम निकाल लेंगे। इस बारे में हमारी कैप्टन अमरिंदर के साथ बात हुई है।'
'ईंट से ईंट बजाने' की सिद्धू की ललकार पर रावत ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष के रूप में उन्हें निर्णय लेने की पूरी छूट मिली हुई है। उन्होंने कहा, 'मैं गायत्री का केवल एक बार पाठ करता हूं।'