- लद्दाख पर राहुल गांधी के बयान की बीजेपी ने की आलोचना
- राहुल इस तरह की भाषा क्यों बोलते हैं वो ही जानें
- एक चिंगारी तबाही के लिए ज्यादा होती है
कैंब्रिज विश्वविद्यालय में आडियाज फॉर इंडिया कार्यक्रम में राहुल गांधी ने एक बयान लद्दाख के बारे में दिया जिसके बाद वो सियासी हमलों का सामना कर रहे हैं। दरअसल उन्होंने कहा कि था कि जिस तरह से यूक्रेन में रूस ने हालात पैदा किए कुछ वैसे ही लद्दाख में चीन कर रहा है और हम इस विषय पर चुप बैठे हैं। यह विचार का विषय होना चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं है। राहुल गांधी के इस बयान की चहुंओर आलोचना हो रही है। बीजेपी के नेताओं का कहना है कि आप राहुल गांधी से इससे अधिक और उम्मीद क्या कर सकते हैं। वो जो कुछ बोलते हैं वो भारत के पक्ष में नहीं होता। राहुल जी लगातार चीन के हमदर्द रहे हैं। इसी तरह लद्दाख से सांसद जाम्यांग शेरिंग ने कहा कि एक चिंगारी लगेगी तो बड़ी मुसीबत आ जाएगी।
खामियों के समंदर में डूबी है कांग्रेस
बीजेपी का कहना है कि जब राहुल गांधी लद्दाख और चीन की बात करते हैं तो क्या 1962 की लड़ाई को भूल जाते हैं। सच तो यह है कि इस देश के वर्तमान और भविष्य को किसी दल ने गिरवी पर रखा तो वो कांग्रेस है। एक तरफ राहुल गांधी चीन के मुद्दे पर भारत सरकार की नीति की आलोचना करते हैं तो दूसरी तरफ चोरी छिपे वहां के राजदूत से मिलते हैं। उनकी पार्टी का एक नेता चीनी वीजा दिलाने के नाम पर पैसे लेता है। कांग्रेस पार्टी जो खुद इस तरह की खामियों के समंदर में डूबी हुई हो वो क्या भारत सरकार की नीति पर आरोप लगाएगी।