Rajasthan में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। Rajasthan Police पर आरोप लगा है कि वह बकरी चुराती है। यह आरोप Congress विधायक Ved Prakash Solanki ने लगाया है। उनका कहना है कि "जब से पुलिस कमिश्नरेट बना है, चोरियों सहित हर तरह के अपराध बढ़े हैं। मेरी मांग है कि ग्रामीण थानों को वापस कमिश्नरेट से बाहर करें, ताकि उन पर एसडीएम की निगरानी हो। कोटखावदा और चाकसू क्षेत्र में नाकारा-निकम्मे पुलिसवालों को लगा रखा है"प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में जनसुनवाई सत्र के दौरान एक दिलचस्प मामला सामने आया, जब एक विधायक ने पुलिसकर्मियों पर चोरी हो चुके एक बकरे को 2,000 रुपये में बेचने का आरोप लगाया और इसे लेकर एक सबूत भी साझा किया।
जांच के आदेश
जनसुनवाई सत्र में भाग ले रहे राज्य के खेल मंत्री अशोक चांदना ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कहा कि आयुक्त को मामले की जांच करने के लिए कहा है।राजस्थान कांग्रेस मुख्यालय में मंत्रियों की जनसुनवाई में कांग्रेस विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए इसे 'निकम्मा और नकारा' करार दिया। उन्होंने खेल मंत्री चांदना को सबूत के तौर पर वीडियो रिकॉडिर्ंग भी दी और जयपुर की कोटखावदा पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
राजस्थान पुलिस पर गंभीर आरोप
विधायक सोलंकी व ग्रामीणों ने जनसुनवाई के दौरान ज्ञापन देते हुए कहा कि 22 जुलाई को कोटखावदा थाने में बकरा चोरी का मामला दर्ज किया गया था। हालांकि बाद में बकरा मिल गया, लेकिन पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से उसे एक व्यक्ति को बेच दिया गया। ज्ञापन में कहा गया है, "इस बात के पूरे सबूत हैं। जिस व्यक्ति के पास बकरा मिला है, उसने साफ कहा है कि इसे पुलिसकर्मियों ने 2000 रुपये में बेचा है।"
उन्होंने कहा, "जब से पुलिस कमिश्नरेट बना है, चोरी सहित सभी तरह के अपराध बढ़े हैं। मेरी मांग है कि ग्रामीण पुलिस थानों को कमिश्नरेट से बाहर लाया जाए, ताकि उन पर एसडीएम द्वारा नजर रखी जा सके। कोटखावदा चाकसू क्षेत्र में अक्षम पुलिसकर्मियों को लगाया गया है।"उन्होंने आगे कहा, "मैंने मांग की है कि अच्छे पुलिसकर्मियों की नियुक्ति की जाए, ताकि अपराध पर काबू पाया जा सके। पुलिस के पास बजरी और भूमाफियाओं के लिए समय नहीं है।"