- राजद सुप्रीमो लालू यादव ने नीतीश कुमार पर बड़ा बयान दिया है
- लालू ने कहा कि दिल में लोग आते-जाते रहते हैं, जगह बनानी पड़ती है
- राजद सुप्रीमो ने कहा कि तीसरे मोर्चे के रूप में विकल्प होना चाहिए
नई दिल्ली : कथित पेगासस जासूसी मामले पर विपक्ष जहां सड़क से लेकर संसद तक हमलावर है, वहीं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने बयान देकर तीसरे मोर्चे की सुगबुगाहट तेज कर दी है। लालू यादव ने मंगलवार को कहा कि तीसरा मोर्चा यदि बनता है तो यह अच्छी बात है। देश में विकल्प होना चाहिए। बिहार के सीएम नीतीश कुमार के साथ आने के सवाल पर लालू यादव ने कहा कि उन्होंने साथ काम किया है, फिलहाल वह इस बारे में कुछ नहीं कहेंगे। दरअसल, नीतीश ने भाजपा के रुख से विपरीत जाकर पेगासस मामले की जांच की बात कही है। जाति आधारित जनगणना कराने के मुद्दे पर राजद और जद-यू एक साथ हैं। नीतीश के दिल्ली आने से पहले राजद नेता तेजस्वी यादव ने बिहार के सीएम मुलाकात की।
'बिहार चुनाव में राजद को हराया गया'
मीडिया से बातचीत में लालू यादव ने आरोप लगाया कि बिहार चुनाव में राजद को हराया गया। तेजस्वी यादव की तारीफ करते हुए लालू यादव ने कहा कि बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम ने अकेले एनडीए से मोर्चा लिया। बिहार के पूर्व सीएम ने पेगासस मामले की जांच कराने की भी मांग की। नीतीश के साथ आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि 'दिल में जगह बनानी पड़ती है। दिल में लोग आते-जाते रहते हैं। हमने साथ काम किया है।'
तीसरे मोर्च की सुगबुगाहट हुई तेज
तीसरे मोर्चे को लेकर लालू यादव का यह बयान काफी अहम है क्योंकि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राकांपा सुप्रीमो शरद पवार विपक्ष को एकजुट करने के लिए सक्रिय हैं। लालू यादव ने मंगलवार को सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी मुलाकात की। चारा घोटाला में सजायफ्ता लालू इन दिनों जमानत पर बाहर हैं। रिहा होने के बाद लालू अपनी बेटी मीसा भारती के दिल्ली स्थित आवास पर स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं।