- नंदीग्राम सीट पर सुवेंदु अधिकारी और ममता के बीच सियासी जंग तेज हुई
- ममता के नामांकन से पहले सुवेंदु अधिकारी ने पदयात्रा निकाल अपनी ताकत दिखाई
- इस सीट पर एक अप्रैल को होगा चुनाव, सुवेंदु ने अपना चुनावी कार्यालय खोला
नंदीग्राम (पश्चिम बंगाल) : नंदीग्राम का सियासी पारा बढ़ने लगा है और सियासी हलचल तेज हो गई है। इस सीट पर ममता बनर्जी और सुवेंदु अधिकारी अपनी ताकत का प्रदर्शन कर एक-दूसरे को संदेश देने में जुटे हैं। टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी बुधवार को इस सीट पर अपना नामांकन दाखिल करने वाली हैं लेकिन इससे पहले भाजपा उम्मीदवार सुवेंदु अधिकारी ने नंदीग्राम में पदयात्रा निकाल अपनी ताकत का प्रदर्शन किया है। दिलचस्प बात है कि सुवेंदु ने नंदीग्राम में अपने चुनावी कार्यालय के उद्घाटन का समय तब चुना है जब ममता नंदीग्राम के दौरे पर हैं। हल्दिया में नामांकन दाखिल करने से पहले ममता ने रोड शो निकालकर अपनी ताकत का प्रदर्शन कर रही हैं।
सबसे हाई प्रोफाइल सीट है नंदीग्राम
पश्चिम बंगाल विस चुनाव में नंदीग्राम सबसे हाई-प्रोफाइल सीट है। चुनावी रणनीतिकार मानते हैं कि भाजपा और सुवेंदु अधिकारी को जवाब देने के लिए ममता ने भवानीपुर को छोड़कर इस सीट का चुनाव किया है। जबकि भाजपा उम्मीदवार यहां के स्थानीय नेता हैं और नंदीग्राम के मौजूदा विधायक हैं। सुवेंदु और उनके परिवार की इस क्षेत्र में अच्छी पकड़ जाती है। खास बात यह भी है कि ममता ने इस बार अपने लिए सुरक्षित सीट का चुनाव न कर एक कांटे की टक्कर वाला सीट अपने लिए चुना है।
मंगलवार को ममता ने चंडीपाठ किया
समझा जाता है कि नंदीग्राम के चुनावी संग्राम की टोन पूरे राज्य के चुनाव को प्रभावित करेगा। इस सीट की अहमियत भाजपा और टीएमसी दोनों समझते हैं। इसलिए दोनों दल यहां पर एक-दूसरे की प्रत्येक सियासी गतिविधि पर पैनी नजर रखते हुए मतदाताओं को रिझाने के लिए दांव चल रहे हैं। मंगलवार को नंदीग्राम पहुंचने पर ममता बनर्जी चंडी मंदिर जाकर वहां चंडी पाठ किया। वह एक मजार गईं और सड़क किनारे लोगों को चाय पिलाई। इस सीट पर वह लगातार लोगों से जुड़ने और उनके बीच जाने का प्रयास कर रही हैं। तो सुवेंदु अधिकारी ने आज पदयात्रा के जरिए अपनी ताकत का प्रदर्शन किया है। ममता गुरुवार तक नंदीग्राम में रहेंगी। इसके बाद वह कोलकाता जाएंगी और पार्टी का घोषणापत्र जारी करेंगी।