टाइम्स नाउ नवभारत के धाकड़ EXCLUSIVE कार्यक्रम की शुरुआत जिस बड़ी खबर से की जा रही है वो ये है कि असम-मिजोरम सीमा विवाद पर नफरत फैलाने का काम विदेशी धरती से किया जा रहा है। देश की छवि को धूमिल करने का प्रयास दूसरे देशों से किया जा रहा है। इस बड़ी खबर पर हम सभी तथ्यों को आपके सामने रखेंगे। असम-मिजोरम सीमा विवाद में गोलीबारी के 6 दिन बाद अब तनाव धीरे धीरे कम हो रहा है। केंद्र सरकार की दखलअंदाजी के बाद हालात सुधर रहे हैं लेकिन विदेशी धरती से भारत के खिलाफ लगातार साजिश की जा रही है। हम आपको असम मिजोरम सीमा विवाद की पूरी ABCD भी बताएंगे।
माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर असम और असम के मुख्यमंत्री के खिलाफ लिखा जा रहा है। #shame_on_assam पर असम के खिलाफ ट्वीट किया जा रहा है। ज्यादातर ट्वीट विदेशों से किए जा रहे हैं। #shame_on_assam पर 76 हजार एक सौ ट्वीट किए गए। इन ट्वीट्स में 8 प्रतिशत असम के पक्ष में हैं जबकि करीब 52 प्रतिशत ट्वीट असम के खिलाफ हैं। 76 हजार ट्वीट में से अकेले अमेरिका से 43 हजार 3 सौ ट्वीट किए गए। यानी ट्विटर पर असम के खिलाफ लिखने वाले 43 हजार 3 सौ यूजर अमेरिका से हैं। हम आपको बता दें कि ट्विटर पर सक्रिय ये यूजर नकली या पेड अकाउंट्स हो सकते हैं या ऐसे अकाउंट हो सकते हैं जो इस काम के लिए ही बनाए गए हैं। इस बात का साबित करने के लिए भी हमारे पास पर्याप्त तथ्य हैं।
#shame_on_assam पर ट्वीट करने वाले 1590 अकांउट यानी करीब 27 प्रतिशत ऐसे यूजर्स के हैं जिनके फॉलोवर शून्य से 10 के बीच हैं। 1957 यानी करीब 33 प्रतिशत अकांउट होल्डर्स के फॉलोवर 10 से 50 के बीच हैं...1691 यानी करीब साढ़े 28 प्रतिशत के फॉलोवर 50 से 200 के बीच हैं...422 यानी 7 प्रतिशत से थोड़े ज्यादा अकांउट होल्डर ऐसे हैं जिनके फॉलोवर 200 से 500 के बीच हैं...111 यूजर्स के फॉलोवर 1000 से 5000 के बीच हैं...जबकि सिर्फ 25 अकांउट ऐसे हैं जिनके फॉलोवर 5000 से ज्यादा हैं...अब आप अंदाजा लगा सकते हैं कि किस तरह असम-मिजोरम सीमा विवाद पर सीमा पार से नफरत फैलाने की साजिश रची जा रही है...देश की छवि को खराब करने की कोशिश की जा रही है।