- बसवराज बोले मैं चाहता हूं कि लोग यह याद रखें कि बोम्मई एक आम आदमी के सीएम थे।
- उप चुनाव में कांग्रेस पार्टी नहीं बल्कि उम्मीदवार जीता है।
- केरल में अलग तरीके से काम करने की जरूरत है।
नई दिल्ली: कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बुधवार (10 नवंबर) को टाइम्स नाउ समिट 2021 में अपने प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन और कई राज्यों में स्थानीय लोगों के लिए नौकरी में आरक्षण पर चल रही बहस समेत विभिन्न मुद्दों पर बेबाक राय रखी। टाइम्स नेटवर्क की ग्रुप एडिटर एवं टाइम्स नाउ नवभारत की एडिटर इन चीफ नाविका कुमार के साथ खास बातचीत में बोम्मई ने पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की प्रशंसा की और कहा कि वह दक्षिण भारत में बीजेपी के लिए एक उम्मीद हैं। कर्नाटक के सीएम ने कहा कि बीजेपी और येदियुरप्पा एक दूसरे के लिए बने हैं । पार्टी की नीतियों को उनके कार्यकाल के दौरान बहुत अच्छी तरह से लागू किया गया था। इसलिए, उनके समय में बनाई गईं और लागू की गईं सभी प्रमुख नीतियां और कार्यक्रम जारी हैं।
उनके पिता और येदियुरप्पा में तुलना पर कर्नाटक के सीएम ने कहा कि मैं लोगों की जरुरतों का ख्याल रख रहा हूं। मैंने तब मुख्यमंत्री का पद संभाला जब कोविड से बाहर आ रहा था और हमें राज्य को बिना समय बर्बाद किए आर्थिक गतिविधियों में सुधार के लिए तैयार करना था और लोगों में विश्वास भी जगाना था। यह मेरे लिए एक चुनौती थी।
कर्नाटक में बेहतरीन टैलेंट और दस कृषि जलवायु क्षेत्र हैं
कर्नाटक को आगे ले जाने की उनकी योजना के बारे में पूछे जाने पर बोम्मई ने कहा कि कर्नाटक एक सौभाग्यशाली राज्य रहा है। यहां बेहतरीन टैलेंट और दस कृषि जलवायु क्षेत्र हैं और इसका फायदा यह है कि यहां करीब सभी फसलों का उत्पादन किया जा सकता है। सीएम ने कहा कि कृषि हमारे राज्य का एक मजबूत आधार है।
कर्नाटक की प्रति व्यक्ति आय तीसरे स्थान पर
कर्नाटक के लिए अपने दृष्टिकोण को शेयर करते हुए बोम्मई ने कहा कि राज्य की प्रति व्यक्ति आय तीसरे स्थान पर है और इसमें 30-33 प्रतिशत आबादी का योगदान है। उन्होंने कहा कि वह लोगों की आजीविका को उन्नत करना चाहते हैं और कर्नाटक के लोगों को स्टेकहोल्डर्स में बदलना चाहते हैं जो राज्य की प्रति व्यक्ति आय में योगदान देंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं चाहता हूं कि लोग याद रखें कि बोम्मई एक आम आदमी के सीएम थे। लोगों द्वारा और उन लोगों के लिए जिन्होंने कर्नाटक के अंतिम व्यक्ति की आजीविका का उत्थान किया। मैं चाहता हूं कि लोग स्वस्थ और धनवान हों।
अच्छे प्रशासक को दो घोड़ों की सवारी करनी चाहिए
यह पूछे जाने पर कि क्या नौकरियों में आरक्षण राजनीतिक लाभ के लिए है, कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने कहा कि अर्थशास्त्र और सामाजिक कंडीशनिंग एक साथ चलते हैं। एक अच्छे अर्थशास्त्री या अच्छे प्रशासक को दो घोड़ों की सवारी करनी चाहिए। एक है , दक्षता और दूसरी है, समानता। उसे उसी दिशा में और उसी गति से घोड़ों की सवारी करनी होती है। इस देश में यही चुनौती है।
उन्होंने कहा कि इस बारे में बहुत बात हुई है, लेकिन मुझे लगता है कि एक लोकतांत्रिक व्यवस्था में, अगर बड़ी आबादी को साथ नहीं लिया जाता है, तो लोकतंत्र लंबे समय तक नहीं टिक पाएगा। इसलिए वंचितों के लिए अवसर सृजित करने होंगे और उस दृष्टि से आरक्षण एक ऐसा साधन है जिसके द्वारा अवसरों का सृजन किया जा सकता है। इक्विटी और दक्षता को संतुलित करना होगा।
कांग्रेस की जीत नहीं, उम्मीदवार की जीत
हंगल विधानसभा उपचुनाव में भाजपा की हार के सवाल के जवाब में बोम्मई ने कहा कि यह कांग्रेस की जीत नहीं है, बल्कि उप चुनाव लड़ने वाले कांग्रेस उम्मीदवार की जीत है।
पेट्रोल और डीजल पर बोले सीएम
आसमान छूती कीमतों के बावजूद राज्यों द्वारा पेट्रोल और डीजल पर टैक्स कम नहीं करने के मुद्दे पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने कहा कि जीएसटी लागू होने के बाद राज्यों के पास टैक्सों का अधिक लाभ नहीं है। उन्होंने कहा कि कोविड से हमारी आर्थिक गतिविधियां चरमरा गई थीं। हमारे पास केवल वह राजस्व एकत्र करने के लिए था और इतने सारे लोगों ने अपनी नौकरी खो दी। हमें पैसे की जरुरत है और इसलिए सभी राज्य इस पर टिके हुए हैं।
दक्षिण में बीजेपी नेता कर रहे हैं कड़ी मेहनत
दक्षिण में बीजेपी के ग्रोथ पर कर्नाटक के सीएम ने कहा कि दक्षिण में, भाजपा के लिए उम्मीद है। पार्टी के नेताओं ने पिछले 30 सालों से बहुत मेहनत की है। कर्नाटक में बीजेपी की सरकार संयोग से नहीं बनी। ये येदियुरप्पा, अनंतकुमार हेगड़े और कई अन्य नेताओं की कड़ी मेहनत के बाद आई है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने तमिलनाडु में भी कड़ी मेहनत की है। तेलंगाना में अब हमें उम्मीद है। केरल में भी हमने कड़ी मेहनत की है लेकिन हमें अलग तरीके से काम करने की जरुरत है।