यूपी विधानसभा चुनाव से पहले हरदोई में एक जनसभा के दौरान जिन्ना पर दिए गए विवादित बयान पर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) चौतरफा घिर गए हैं, जहां एक तरफ भारतीय जनता पार्टी उनके इस बयान की तीखी आलोचना कर रही है, तो वहीं दूसरी तरफ बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने भी अखिलेश पर तीखा प्रहार किया है।
अखिलेश यादव ने क्यों ऐसा कहा, चुनाव है तो विकास का मुद्दा होना चाहिए । किसने कितना विकास किया..महंगाई मुद्दा होना चाहिए । लेकिन जिन्ना को क्यों लाए ? हमने काफी सोचा..फिर कुछ संभावित प्वाइंट्स बनाए..उसे हम आपके सामने रख रहे हैं ।
अखिलेश ने जिन्ना का नाम इसलिए लिया ?
1. यूपी में 19% मुस्लिम वोट
2. चुनाव में ध्रुवीकरण
3. मुस्लिम वोट नहीं बंटे
4. टक्कर सीधे बीजेपी Vs सपा हो
5. ओवैसी मुस्लिम वोट न ले पाएं
6. मुस्लिम तुष्टिकरण
7. इलेक्शन पब्लिसिटी स्टंट
- मंच से ये क्या बोल गए अखिलेश?
- अखिलेश यादव का जिन्ना प्रेम
- बंटवारा करवाने वाले के साथ अखिलेश?
- देश तोड़ने वाले जिन्ना की पटेल से तुलना?
- क्यों किया अखिलेश ने राष्ट्रनायकों का अपमान?
- जिन्ना, पटेल और गांधी की एक सोच थी?
- अखिलेश को क्यों चाहिए 'जिन्ना वाली आजादी'?
- देश तोड़ने वाले जिन्ना से पटेल की तुलना ?
- गांधी-नेहरू से जिन्ना जैसों की तुलना कैसे ?
- यूपी चुनाव में अब 'जिन्नावादी Vs रामवादी' ?
- योगी के विकास से डरे अखिलेश जिन्ना को लाए?
सोचिए क्या बात होगी इसमें से, अब सवाल पब्लिक का है-
- क्या अखिलेश यूपी चुनाव में ध्रुवीकरण के लिए सोच-समझकर जिन्ना को लाए ?
- क्या अखिलेश को लगता है कि यूपी में विकास के मुद्दे पर वो योगी को नहीं हरा सकते ?
- अखिलेश को क्यों चाहिए 'जिन्ना वाली आजादी'?
- देश तोड़ने वाले जिन्ना से पटेल, नेहरू और गांधी की तुलना कैसे ?