- हरदोई में एक कार्यक्रम के दौरान अखिलेश ने सरदार पटेल की तुलना जिन्ना से की
- यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सपा अध्यक्ष पर बोला है तीखा हमला
- भाजपा सांसद राकेश सिन्हा ने कहा कि ऐसा लगता है कि अखिलेश पाकिस्तान जाने वाले हैं
लखनऊ : सरदार पटेल की तुलना पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना से करने के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं भाजपा नेताओं के निशाने पर आ गए हैं। इस बयान के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अखिलेश पर तीखा हमला बोला। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बयान 'तालिबानी मानसिकता' को दर्शाता है। इस तरह की मानसिकता देश को बांटने वाली है। सीएम योगी ने कहा कि इस तरह की सोच देश स्वीकार नहीं करेगा।
पटेल से जिन्ना की तुलना शर्मनाक-सीएम योगी
एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा, 'समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने सरदार वल्लभभाई पटेल की तुलना जिन्ना से की। यह शर्मनाक है। यह तालिबानी मानसिकता है जो कि विभाजन में विश्वास करती है। सरदार पटेल ने देश को एकजुट किया। अब मौजूदा समय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत के सपने को साकार किया जा रहा है।'
अखिलेश ने पटेल की तुलना जिन्ना से की
सरदार पटेल की 146वीं जयंती के मौके पर हरदोई में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सपा अध्यक्ष ने मोहम्मद अली जिन्ना की तुलना सरदार पटेल, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू से की। उन्होंने कहा, 'सरदार वल्लभ भाई पटेल, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और (मोहम्मद अली) जिन्ना ने एक ही संस्थान से पढ़ाई की और बैरिस्टर बने और उन्होंने आजादी दिलाई। उन्हें आजादी के लिए किसी भी तरीके से संघर्ष करना पड़ा होगा तो पीछे नहीं हटे।' उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का नाम लिए बिना कहा 'अगर कोई विचारधारा (आरएसएस की) है जिस पर प्रतिबंध लगाया गया था तो वह लौह पुरुष सरदार पटेल थे जिन्होंने प्रतिबंध लगाने का काम किया था।' पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा 'आज, जो लोग देश को एकजुट करने की बात कर रहे हैं, वे आपको और मुझे जाति और धर्म के आधार पर विभाजित कर रहे हैं।
भाजपा नेताओं के निशाने पर आए अखिलेश यादव
जिन्ना से पटेल की तुलना किए जाने पर भाजपा नेताओं ने अखिलेश पर निशाना साधा है। राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने कहा कि ऐसा लगता है कि अखिलेश यूपी चुनाव के बाद पाकिस्तान में शरण लेने वाले हैं। सिन्हा ने कहा कि अखिलेश इस तरह का बयान देकर मुस्लिमों को अपनी तरफ आकर्षित करना चाहते हैं। वहीं, यूपी सरकार में मंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि सपा अध्यक्ष को अपने इस बयान के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। वह देश के विभाजन के जिम्मेदार व्यक्ति का महिमामंडन कैसे कर सकते हैं।