नई दिल्ली: लेह दुनिया का सबसे बड़ा खादी राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया है। लद्दाख के उपराज्यपाल आरके माथुर ने इसका उद्घाटन किया।थल सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे भी इस मौके पर मौजूद रहे। यह झंडा 225 फीट लंबा और 150 फीट चौड़ा है। इसका वजन 1000 किलोग्राम (KG) है। पहाड़ी पर ये तिरंगा बनाया गया है। उद्घाटन के बाद वायुवीरों ने सलामी भी दी। इस दौरान आसमान में उड़ते हेलीकॉप्टर ने राष्ट्रीय ध्वज के सम्मान में परेड की। चीन से सीमा विवाद के बीच आर्मी चीफ दौरे पर हैं और ऐसे में लेह में चीन के छाती पर हिंदुस्तान के राष्ट्रीय ध्वज का लहराना अहम माना जा रहा है।
भारतीय सेना की 57 इंजीनियर रेजिमेंट के 150 सैनिक खादी से बने दुनिया के सबसे बड़े भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को लेह, लद्दाख में जमीन के स्तर से 2000 फीट ऊपर एक पहाड़ी की चोटी पर लेकर गए। सैनिकों को शीर्ष पर पहुंचने में दो घंटे लग गए।
इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए सेना प्रमुख ने भारत-चीन सीमा पर गतिरोध की स्थिति पर कहा कि पिछले 6 महीनों में स्थिति काफी सामान्य रही है। हमें उम्मीद है कि अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में 13वें दौर की वार्ता होगी और हम इस बात पर आम सहमति पर पहुंचेंगे कि डिस्एंगेजमेंट कैसे होगा। धीरे-धीरे सभी विवाद प्वाइंट्स हल हो जाएंगे। मेरा दृढ़ मत है कि हम अपने मतभेदों को बातचीत के जरिए सुलझा सकते हैं। मुझे आशा है कि हम परिणाम प्राप्त करने में सक्षम होंगे।
उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में 13वें दौर की वार्ता होगी। पिछले 6 महीनों में स्थिति काफी सामान्य रही है।