- कोटा के जे के लोन अस्पताल में 24 घंटे में 9 बच्चों की मौत
- बच्चों की मौत के हड़कंप , राजस्थान सरकार ने दिए जांच के आदेश
- गहलोत सरकार में सरकारी अस्पतालों में अव्यवस्था पर भाजपा ने कसा तंज
जयपुर। कोटा का जे के लोन अस्पताल एक बार फिर चर्चा में हैं। दरअसल पिछले 24 घंटों में 9 नवजात शिशुओं की मौत हो गई। नवजात बच्चों की मौत के बाद जेके लोन अस्पताल सवालों के घेरे में है तो राजस्थान की चिकित्सा व्यवस्था पर सवाल उठ खड़े हुए हैं अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक, एस सी दुलारा कहते हैं, "9 नवजात शिशुओं में से 3 को मृत लाया गया, 3 को जन्मजात बीमारियाँ और 2 मामले थे। हालांकि इस मामले में जिला कलेक्टर एक जांच समिति बनाई है जो जल्द रिपोर्ट पेश करेगी।
स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा का बड़ा बयान
राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा का कहना है कि 9 नवजात शिशुओं ने अपनी जान गंवाई है, जिनमें से 3 को मृत लाया गया। मैंने निर्देश जारी किए हैं कि किसी भी परिस्थिति में हमें डॉक्टरों की लापरवाही के कारण किसी भी नवजात शिशु का जीवन नहीं खोना चाहिए। सीएम और सरकार इस मुद्दे को बहुत गंभीरता से ले रही है। उन्होंने कहा कि अगर किसी मानवीय लापरवाही की वजह से नवजात बच्चों की मौत हुई है को दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बीजेपी ने कसा तंज
कोटा का जे के लोन अस्पताल इस साल मध्य में चर्चा में था। अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था पर बीजेपी ने तंज कसते हुए कहा था कि एक तरफ तो अशोक गहलोत सरकार सरकारी अस्पतालों को लेकर बड़ी बड़ी बातें करती हैं लेकिन कोटा क्या सूबे के दूसरे अस्पतालों की कहानी भी एक जैसी है। मौजूदा कांग्रेस सरकार लोगों के स्वास्थ्य की कीमत पर अपनी झोली भर रही है और उसका नतीजा अस्पतालों की बदहाली में दिखाई दे रही है।