- मेले और उत्सवों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान देने के लिए विशेष तैयारी
- गणगौर माता की सवारी भी निकाली जाएगी
- गणगौर उत्सव 4 से 5 अप्रैल तक जयपुर में होंगे
Gangaur Festival : राजस्थान में दो साल बाद एक बार फिर से पर्यटन विभाग के अधीन मेले और उत्सवों का दौर शुरू हो चुका है। खासतौर पर मेले और उत्सवों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान देने के लिए पर्यटन विभाग ने विशेष कवायद करनी शुरू कर दी है। इसके चलते सोशल मीडिया से लेकर अन्य माध्यमों से उत्सवों और इनकी खासियत, लोक संस्कृति के बारे में रोचक पहलुओं के साथ ब्रांडिंग की जा रही। मेले और उत्सवों का दौर शुरू होने से न सिर्फ सैलानियों की आवाजाही बढ़ेगी, बल्कि राजस्व भी सरकार को मिलेगा।
पर्यटन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इस बार गणगौर माता की सवारी निकलने के साथ ही, राजस्थान दिवस समारोह भी मनाया गया। पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह के नेतृत्व में पर्यटन विभाग ने विभिन्न आयोजनों की तैयारियों को अंतिम रूप दिया है। इस बार गणगौर माता की सवारी भी निकाली जाएगी।
स्पेशल टूरिज्म जोन स्थापित किया जाएगा
उदयपुर, माउंटआबू के बाद सबसे ज्यादा सैलानियों की पसंदीदा जगहों में शुमार जैसलमेर में डेजर्ट टूरिज्म को प्रोत्साहन देने तथा स्पेशल टूरिज्म जोन स्थापित किया जाएगा। इसका प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसके साथ ही नई सर्किट परियोजनाओं के प्रस्ताव को इस महीने पुन: केंद्र सरकार को भेजा जाएगा, ताकि प्रदेश में नई सर्किट योजनाओं को गति मिलने के साथ ही, सैलानियों को नई जगहों का दीदार करने का मौका मिल सके। इस बीच अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू होने से अगले सप्ताह से पर्यटन को बूस्टर मिलने के पूरे आसार हैं।
4 से 6 अप्रैल तक होगा मेवाड़ उत्सव
पर्यटन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, प्रदेश में कोरोना के अनलॉक के दौर में हाल ही भरतपुर में ब्रज होली महोत्सव संपन्न हुआ है। इसके साथ ही, सीकर में बुधवार तक शेखावाटी उत्सव, राजस्थान उत्सव (राजस्थान दिवस) जयपुर एवं सम्पूर्ण राजस्थान में 28-30 मार्च तक मनाया, गणगौर उत्सव जयपुर में 4-5 अप्रैल , 4 से 6 अप्रैल तक मेवाड़ उत्सव, उदयपुर में और माउंटआबू में समर फेस्टिवल 13 से 15 मई तक होगा। इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है।
विदेशी सैलानियों की पहली पसंद राजस्थान
प्रदेश में अन्य मेले उत्सव पूरी तरह से एक खास थीम पर आयोजित किए जा रहे हैं। कलाकारों में भी कार्यक्रमों को लेकर उत्साह है। कोरोना के अनलॉक के दौर में बीते महीने से एक बार फिर से मेले महोत्सव की शुरुआत पर्यटन विभाग की ओर से प्रदेश में हुई है। इस बीच पर्यटन के लिहाज से राजस्थान विदेशी सैलानियों की पहली पसंद बनता जा रहा है, लेकिन कोविड के चलते पर्यटन विभाग को काफी नुकसान भी हुआ है।