- कांग्रेस दफ्तर पहुंचे सचिन पायलट तो अचानक रद्द हो गया अशोक गहलोत का आना
- राजीव गांधी जयंती की जयंती पर प्रदेश कांग्रेस के मुख्यालय में आयोजित था कार्यक्रम
- सीएम के अचानक कार्यक्रम रद्द किए जाने से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में निराशा
जयपुर: राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष पद से हटाये जाने के बाद जब पहली बार सचिन पायलट कांग्रेस के दफ्तर पहुंचे तो राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने वहां पहुंचने के पहले से तय कार्यक्रम को कैंसिल कर दिया। दरअसल पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती के अवसर पर कांग्रेस दफ्तर में एक श्रद्धांजलि देने का कार्यक्रम आयोजित किया था जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी पहुंचना था। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के तरफ से कहा गया था कि 10.30 बजे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और नए प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पहुंचकर राजीव गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। लेकिन सचिन पायलट गहलोत की जगह वहां पहुंच गए। इसके बाद खबर आई कि अब मुख्यमंत्री गहलोत यहां नहीं आएगे।
पायलट ने कही ये बात
सीएम गहलोत के नहीं पहुंचने से कांग्रेस कार्यकर्ताओं को निराश होना पड़ा। कहा जा रहा है कि शायद पायलट खेमे के नेताओं के वहां पहुंचने की वजह से गहलोत को अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा। श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद मीडिया से बात करते हुए पायलट ने कहा कि राजीव गांधी लोकसभा चुनाव में 400 सीटें लेकर आए थे लेकिन वो 2 सीटों वाली भारतीय जनता पार्टी का भी सम्मान करते थे।
लंबा चला था राजनीतिक संकट
आपको बता दें कि पायलट को पिछले महीने पार्टी का व्हिप नहीं मानने पर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया था। एक महीने तक चले राजनीतिक संकट का कुछ समय पहले ही अंत हुआ था। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राजस्थान में पायलट एवं पार्टी के अन्य बागी नेताओं द्वारा उठाए गए मुद्दों के समाधान के लिए तीन सदस्यीय समिति का भी गठन किया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, अजय माकन तथा संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल समिति के सदस्य बनाए गए हैं।