- देश का सबसे बड़ा इमरजेंसी आईसीयू जयपुर में बनकर तैयार
- इमरजेंसी आईसीयू में 40 बेड पर वेंटिलेटर की सुविधा
- अस्पताल में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट भी है स्थापित
Jaipur Hospital: जेके लोन अस्पताल जयपुर में चिकित्सा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित करने की राह पर है। इस अस्पताल में 40 बेड का इमरजेंसी आईसीयू वार्ड बनकर तैयार है। हर बेड पर वेंटिलेटर की सुविधा दी जाएगी। शुरूआत में इसे एक महीने तक ड्राई रन पर संचालित किया जाएगा। ताकि जो भी कमियां रह गई हों उसे दूर किया जा सके। जेके लोन अस्पताल ऐसा करने वाला देश का पहला हॉस्पिटल बन गया है। सबसे बड़ी बात की अस्पताल का खुद का ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट भी है।
पड़ोसी राज्यों से रेफर बच्चे आते हैं इलाज के लिए
जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अरविंद शुक्ला कहना है कि, अस्पताल में आईसीयू और एनआईसीयू बेड की संख्या में बढ़ोतरी कर दी गई थी। लेकिन हर दिन बड़ी संख्या में गंभीर अवस्था में बच्चों को जेके लोन अस्पताल में रेफर किया जाता है और राजस्थान से ही नहीं बल्कि पड़ोसी राज्यों से भी बच्चे यहां आपातकालीन स्थिति में रेफर किए जाते हैं। ऐसे में फिलहाल इमरजेंसी वार्ड में बेड की संख्या पर्याप्त नहीं थी। इसके बाद अस्पताल में जो भी कमियां थी जैसे कि, बेड की संख्या में कमी इत्यादि सबको दूर किया गया है। निश्चित ही इसका लाभ पूरा राजस्थान ले सकेगा।
तीन कंपार्टमेंट में तैयार है इमरजेंसी आईसीयू
जयपुर के जेके लोन अस्पताल के इमरजेंसी इंचार्ज और वरिष्ठ चिकित्सक डॉ मनीष शर्मा ने बताया कि, इस नए इमरजेंसी आईसीयू को तीन कंपार्टमेंट पर तैयार किया गया है। जिसके तहत ग्राउंड फ्लोर पर 8 बेड का ट्राईएज एरिया बनाया गया है। जिसमें यदि कोई सीरियस बच्चा अस्पताल में आता है, तो तुरंत उसे वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। वहीं दूसरे कंपार्टमेंट में बनाए गए इमरजेंसी आईसीयू को इनफेक्टेड डिजीज से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए तैयार किया गया है। जिसमें स्वाइन फ्लू और कोरोना और अन्य इनफेक्टेड बीमारियों से पीड़ित बच्चों का इलाज किया जाएगा। जबकि तीसरे कंपार्टमेंट में सामान्य बच्चों को रखा जाएगा।
जेके लोन अस्पताल में 750 से अधिक बेड
जेके लोन अस्पताल में बच्चों के इलाज के लिए हर तरह की सुविधा उपलब्ध है। इमरजेंसी आईसीयू को अस्पताल के पीआईसीयू से कनेक्ट किया गया है, ताकि स्टेबल होने पर बच्चे को तुरंत शिफ्ट किया जा सके। मौजूदा समय में अस्पताल में 750 से अधिक बेड इलाज के लिए मौजूद हैं। जिनमें एनआईसीयू के लगभग 150 से अधिक बेड उपलब्ध है। इसके अलावा हाल ही में एक ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट अस्पताल में स्थापित किया गया है। ऑक्सीजन प्लांट के अस्पताल में होने से किसी भी अन्य प्लांट पर निर्भरता नहीं रहेगी। आपातकाल की स्थिती में यह बहुमुल्य साबित होगा।