- जोधपुर के पालड़ी खिचियान में बने सीआरपीएफ के रिक्रूट ट्रेनिंग सेंटर का मामला
- करीब 18 घंटे तक बनाए रखा पत्नी और छह साल की बच्ची को बंधक
- लाख समझाने पर भी नहीं माना, लाइट मशीनगन से मार ली खुद को गोली
Suicide Case: राजस्थान के जोधपुर में सोमवार सुबह दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां के सीआरपीएफ ट्रेनिंग सेंटर में एक जवान में घंटों तक अपने ही परिवार को बंधक बनाए रखा। वह लगातार हवा में अपनी लाइट मशीनगन से फायरिंग करता रहा। दूसरी ओर सीआरपीएफ के अफसर और जवान के साथी रातभर उसको समझाते रहे, लेकिन आखिरकार जवान ने किसी की न सुनी और गोली मार आत्महत्या कर ली।
जानकारी के अनुसार, जवान ने अफसरों पर दबाव बनाने के उद्देश्य से अपनी पत्नी और बेटी को अपनी ही घर में करीब 18 घंटे तक बंधक बनाकर रखा। जवान जब नहीं माना तो उसके अन्य परिजनों को पाली से मौके पर बुलाया गया। उन्होंने भी नरेश को बहुत समझाया, लेकिन सभी के प्रयास विफल रहे और जवान ने खुद को गोली मार ली।
समझाइश नहीं आई काम और फिर
जानकारी के अनुसार, मामला जोधपुर के पालड़ी खिचियान में बने सीआरपीएफ के रिक्रूट ट्रेनिंग सेंटर का है। सूत्रों के अनुसार, जवान नरेश जाट लंबे समय से छुट्टी नहीं मिलने से परेशान था। इसे लेकर उसका डीआईजी भूपेंद्र सिंह से विवाद भी हुआ था। बताया जा रहा है कि, विवाद के बाद डीआईजी ने उसे बर्खास्त करने की चेतावनी दी थी। जिससे नरेश काफी गुस्सा हो गया और उसने एक अन्य जवान का हाथ काट दिया। इसके बाद वह गुस्से में सेंटर के अंदर ही बने अपने क्वार्टर में चला गया। क्वार्टर में जाते ही उसने दरवाजा बंद कर पत्नी और बच्ची को बंधक बना लिया। फिर अपनी लाइट मशीनगन से हवाई फायरिंग करना शुरू कर दिया। फायरिंग की आवाज सुनकर सेंटर के जवान बाहर आए तो पता चला कि, नरेश ने पत्नी और छह साल की बच्ची को बंधक बना लिया है। इसके बाद सीआरपीएफ के अफसर भी मौके पर समझाइश के लिए पहुंचे। लेकिन नरेश ने सीआरपीएफ के आईजी के सामने की सरेंडर करने की बात कही। इसपर आईजी उससे बात करने मौके पर पहुंचे, लेकिन नरेश ने उनके सामने ही खुद को गोली मार ली। उसे घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। नरेश की पत्नी और बच्ची सुरक्षित हैं।