- इस माह में 18 दिनों में 78 फ्लाइट हुई रद्द
- जयपुर एयरपोर्ट के शेड्यूल में रोजाना 55 उड़ानों का है संचालन
- गर्मी के तेवर ने यात्रियों की संख्या को किया प्रभावित
Jaipur Airport: प्रचंड गर्मी ने राजस्थान में सभी के पसीने छुड़ा दिए हैं। ऐसा लग रहा जैसे आसमान से आग बरस रही है। इसका प्रभाव जयपुर एयरपोर्ट से अन्य जगहों की होने वाली उड़ान पर भी पड़ रहा है। यात्रियों की संख्या पूरी न हो पाने के कारण फ्लाइट्स रद्द की जा रही है। जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर फ्लाइट्स का संचालन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। कोरोना काल के बाद फिर से उड़ानों के रद्द होने का सिलसिला जारी है।
जानकारी के लिए बता दें कि, इस माह के 18 दिनों में 78 फ्लाइट रद्द हो चुकी हैं। बीते बुधवार को एयरपोर्ट से अन्य शहरों के लिए जाने वाली 13 फ्लाइट रद्द हो गई। यात्रियों की संख्या के चलते एयरलाइंस को ऐसा फैसला लेना पड़ रहा है। गर्मी की तपिश ने जयपुर एयरपोर्ट से होने वाली फ्लाइट्स के संचालन को बुरी तरह प्रभावित किया है।
गोवा, लखनऊ और दिल्ली की फ्लाइट अधिकतर हो रही रद्द
मिली जानकारी के अनुसार, जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सबसे ज्यादा फ्लाइट एयर एशिया एयरलाइन की रद्द होती हैं। एयर एशिया की कुल संचालित 7 फ्लाइट में से राेजाना औसतन 3 फ्लाइट रद्द होती हैं। एयरलाइन इंडिगो भी बैकफुट पर आ गई है। बुधवार को एयरपोर्ट से 3 एयरलाइंस की कुल 13 फ्लाइट रद्द हुई हैं, इनमें से 7 फ्लाइट अकेले इंडिगो की रद्द हुई हैं। आमतौर पर इंडिगो कम यात्रीभार में भी फ्लाइट संचालित करने के लिए जानी जाती है, लेकिन आज इंडिगो की फ्लाइट्स का भी संचालन बिगड़ गया है। इंडिगो एयरलाइंस की गोवा, लखनऊ और दिल्ली की फ्लाइट अक्सर रद्द हो रही हैं। मौसम के तेवर में कमी नहीं आई तो उड़ानों के संचालन में सुधार नहीं होगा। गर्मी ने यात्रियों की संख्या को प्रभावित कर दिया है।
रोजाना औसतन 4 से 5 फ्लाइट हो रही रद्द
जयपुर एयरपोर्ट पर अब उड़ानों के रद्द होने से थोड़ी बहुत संख्या में सफर करने वालो यात्रियों को भी परेशानी हो रही है। इससे उन्हें सीधी उड़ान सेवा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। यात्रियों को अतिरिक्त खर्च उठाकर यात्रा करनी पड़ रहा है। जयपुर एयरपोर्ट से जुड़े सूत्रों के अनुसार इस महीने के 18 दिनों में अब तक कुल 78 फ्लाइट रद्द हो चुकी हैं। गौरतलब है कि एयरपोर्ट के शेड्यूल में रोजाना 55 फ्लाइट्स का संचालन होता है। लेकिन वास्तविकता यह है कि रोजाना औसतन 4 से 5 फ्लाइट रद्द हो रही हैं। जब तक मौसम के तेवर में नरमी नहीं आएगी तब तक हालात सुधरने के आसार नहीं दिख रहे हैं।