- जयपुर के एसएमएस अस्पताल में एसीबी ने की बड़ी कार्रवाई
- एसएमएस अस्पताल के वित्तीय सलाहकार को घूस लेते रंगे हाथो पकड़ा
- रिश्वत मामले में एसएमएस अस्पताल से अब तक चार गिरफ्तार
राजधानी जयपुर के एसएमएस अस्पताल में एसीबी ने रिश्वत मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इस दौरान अस्पताल के वित्तीय सलाहकार बृजभूषण शर्मा को एसीबी ने 7.8 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। इस मामले एसीबी कई जगहों पर जांच-पड़ताल कर रही है। मामले में और अधिक रूपये पकड़े जाने की संभावना है।
एसीबी के एक्शन से पूरे अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गयी। मामले को लेकर एसीबी का सर्च अभियान चार जगहों पर जारी है। जिसमें कैश और अकूत संपत्ति सामने आने की उम्मीद की जा रही है। एसीबी की कार्रवाई जारी है।
अबतक इन लोगों की हुई है गिरफ्तारी
एसीबी ने एसएमएस अस्पताल में कार्रवाई करते हुए अब तक सवाईमान सिंह अस्पताल के वित्तीय सलाहकार बृजभूषण शर्मा, एसएमएस अस्पताल के कैशियर अजय शर्मा, सहायक लेखाधिकारी प्रकाश शर्मा और एसएमएस अस्पताल के ऐनेथेसिया मेडीकल ऑफिसर, प्रभारी आरएमआरएस डॉ. अधोकक्षाज जोशी को गिरफ्तार किया है।
करोड़ों के बिल पास करने के लिए मांगी रिश्वत
मिली जानकारी के अनुसार सरकार एसएमएस अस्पताल में मरीजों को निशुल्क जांच सुविधा देती है। जिसके लिए एक निजी सर्विस प्रोवाइडर कंपनी ने अस्पताल में मशीनें लगा रखी हैं। मामला करोड़ों के बिल पास करने के लिये रिश्वत देने से जुड़ा है। मामले में राजस्थान मेडिकेयर सोसायटी के असिस्टेंट एकाउंट ऑफिसर प्रकाश शर्मा और कैशियर अजय शर्मा भी 7.8 लाख लेते गिरफ्तार हुए हैं। एसीबी ने डॉ. अधोकक्षाज जोशी जो कि ऐनेथेसिया मेडीकल ऑफिसर, प्रभारी आरएमआरएस को भी मामले में गिरफ्तार किया है।
कई बड़े नाम आ सकते हैं सामने
एसीबी को सर्च के दौरान राजस्थान मेडीकेयर सोसायटी कैशियर अजय शर्मा के घर 50 लाख रुपए मिले। एसीबी की देर रात हुई कार्रवाई के बाद अब कई बड़े नाम और सामने आ सकते हैं, जो प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल में जारी इस लूट में शामिल रहे होंगे। घूस के इस पूरे मामले में परिवादी ने शिकायत दी थी कि, उसके निजी अस्पताल के द्वारा एसएमएस जयपुर में पीपीपी मॉडल पर रेडिएशन थेरेपी की मशीन लगा रखी थी। जिसका करीब 5 करोड़ रूपये का भुगतान होना शेष था। इसी भुगतान को जारी करने की एवज में इन लोगों की तरफ से रिश्वत मांगी जा रही थी।
15 लाख से अधिक की आरोपियों ने की थी मांग
सत्यापन के दौरान 3 प्रतिशत के हिसाब से करीब 15 लाख से अधिक राशि की उपरोक्त आरोपियों ने मांग की थी। बृजभूषण शर्मा वित्तीय सलाहकार ने खुद के लिये 1.5 प्रतिशत कमीशन के रूप में रिश्वती राशि 7,80,000/- रूपये मांगी जिसमें 2,50,000/- रूपये और 5,30,000/- रूपये के डमी नोट लेते हुए रंगे हाथ आरोपी को पकड़ लिया गया। अजय शर्मा ने खुद के लिए और आरोपियों के लिए भुगतान का 1.5 प्रतिशत कमीशन के रूप में रिश्वती राशि 7,80,000/- रूपये, जिसमें 2,50,000/- रूपये की भारतीय मुद्रा और 5,30,000/- रूपये के डमी नोट लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। जानकारी के लिए बता दें आरोपी अजय शर्मा के घर पर करीब 50 लाख रूपये नगद मिले हैं। एसीबी का कहना है कि जांच जारी है। अभी और भी बड़े नाम सामने आ सकते हैं।