- जयपुर जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक में हंगामा
- चाकसू ब्लॉक डवलपमेंट ऑफिसर कृष्णा माहेश्वरी ने लगाए आरोप
- भरे सदन में फूट—फूट कर रो पड़ीं बीडीओ कृष्णा माहेश्वरी
Jaipur BDO: जयपुर जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक बुधवार को आयोजित की गई। विकास कार्यों पर चर्चा के लिए आयोजित इस बैठक में उस समय हंगामा हो गया जब चाकसू ब्लॉक डवलपमेंट ऑफिसर यानी बीडीओ ने चाकसू पंचायत समिति की प्रधान के पति पर प्रताड़ना का आरोप लगाया।
भरी सभा में बीडीओ के इन आरोपों से सभी चकित रह गए। वहीं अपनी आप—बीती सुनाते हुए बीडीओ कृष्णा माहेश्वरी भरे सदन में फूट—फूट कर रो पड़ीं। इतना ही नहीं उन्होंने सबके सामने जिला परिषद सीईओ से तबादला करने की मांग तक कर डाली। मामले का वीडियो वायरल होने पर यह चर्चा का विषय बना हुआ है। बैठक में हाई वोल्टेज ड्रामा उस समय दिखा, जब प्रधान ने भी अपने बीडीओ पर आरोप लगाए।
बीडीओ ने प्रधान के पति पर लगाए गंभीर आरोप
दरअसल, जिला परिषद की बैठक जिला प्रमुख रमा देवी की अध्यक्षता में आयोजित की गई थी। बैठक में विकास कार्यों पर चर्चा के दौरान चाकसू पंचायत समिति की बीडीओ से उनके क्षेत्र की जानकारी मांगी गई। इस दौरान बीडीओ कृष्णा माहेश्वरी ने भरी सभा में आरोप लगाया कि चाकसू प्रधान उगंता चौधरी के पति बद्रीनारायण चौधरी ने पंचायत समिति का माहौल खराब कर रखा है। वह महिलाओं पर टिप्पणी करते हैं और ऑफिस में आकर बिना पूछे फाइलें तक देख लेते हैं। बीडीओ कृष्णा माहेश्वरी यहीं नहीं रुकीं। उन्होंने बद्रीनारायण चौधरी पर कर्मचारियों से अभद्र भाषा में बात करने के भी आरोप लगाए। माहेश्वरी ने कहा कि उन्हें इतना तनाव दिया गया कि उन्हें दो माह की छुट्टियां लेनी पड़ी। उन्होंने साफ कहा कि मैं इनकी गुलामी नहीं कर सकती हूं। इस दौरान कृष्णा माहेश्वरी फूट—फूट कर रोने लगीं। उन्हें इस हालत में देख बैठक में मौजूद सदस्य और अफसर हैरान रह गए। कुछ अफसरों ने उन्हें संभाला।
चाकसू प्रधान ने भी किया पलटवार
दूसरी ओर कृष्णा माहेश्वरी के आरोपों पर चाकसू प्रधान उगंता चौधरी ने भी पलटवार किया है। उन्होंने माहेश्वरी पर आरोप लगाए कि बीडीओ हमें अनपढ़ कहती हैं और बात—बात में धमकियां भी देती हैं। उन्होंने कृष्णा पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जांच की मांग भी की।
जिला प्रमुख ने दिए जांच के आदेश
वहीं मामले में अब जिला प्रमुख रमादेवी चोपड़ा ने जांच कमेटी का गठन करने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि कमेटी आरोपों की जांच करेगी। रमादेवी ने साफ कहा कि जनप्रतिनिधि काम करना चाहते हैं। लेकिन सरकार राज्य कर्मचारियों पर दबाव बना रही है, जिससे हमारे काम नहीं हो सकें।