- जयपुर की सदर थाना पुलिस ने की कार्रवाई
- नशे के लिए रुपये नहीं देने पर कर दी दोस्त की हत्या
- मामले में दो गिरफ्तार, तीसरे फरार साथी की तलाश जारी
Laborer Murder Case In Jaipur: पैसे की लालच और बदले की भावना ने तीन दोस्तों को हत्यारा बना दिया। जयपुर की सदर थाना पुलिस ने मजदूर हत्याकांड का खुलासा करते हुए, दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए दोनों आरोपियों के अलावा एक अन्य ने अपने ही साथी के सिर पर पत्थर से वार करके उसकी हत्या कर दी। तीनों आरोपियों ने उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड डालकर शव को छिपाकर फरार हो गए थे।
पुलिस टीमें फरार तीसरे साथी की तलाश में लगी है। तीनों आरोपियों ने अपने ही साथी की सिर पर भारी पत्थर से वार कर हत्या की थी। पुलिस को एक आरोपी के चोटिल मिलने पर हत्या मामले में सुराग मिला था। फिलहाल गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
पकड़े गए आरोपी खानबदोश और नशे के आदी
DCP (वेस्ट) ऋचा तोमर ने बताया कि हत्या के मामले में आरोपी सुनील हरिजन (26) पुत्र मूल चन्द निवासी किशनगंज रामगढ़ बारां और मानसिंह मीणा (32) पुत्र रंग लाल मीणा निवासी गांव माच सदर करौली को गिरफ्तार किया है। फरार तीसरे साथी महेन्द्र उर्फ धर्मेंद्र गुर्जर की तलाश की जा रही है। तीनों आरोपी अजमेर रोड पर 4 नंबर डिस्पेंसरी के पास खानाबदोश तरीके से रहते हैं।
नशा और पैसा बना हत्या का कारण
ACP (झोटवाड़ा) प्रमोद स्वामी ने बताया कि पूछताछ में सामने आया है कि नशे के लिए रुपए नहीं देने पर बदला लेने के लिए पप्पू की हत्या की थी। 9 मई की रात मानसिंह और सुनील नशे के लिए पैसे मांगने पप्पू के पास गए थे। पप्पू के धक्का मारने से मानसिंह को चोट लग गई। मानसिंह और सुनील आकर फुटपाथ पर बैठ गए। तभी उनका साथी महेन्द्र भी आ गया। तीनों ने पप्पू को मारने की योजना बनाई। तीनों ने मंदिर में सोते हुए पप्पू को लात मारकर जगाया। मानसिंह ने पास ही पड़ा भारी पत्थर उसके सिर पर मारा। इससे वह बेहोश हो गया। पास ही पड़ा स्टील का बाईपर का पाइप उठाकर प्राइवेट पार्ट में डाल दिया। लाश को मंदिर के पीछे छिपा दिया और मोबाइल को लेकर चले गए।
पुलिस को ऐसे मिली सफलता
बूंदी के करवर निवासी पप्पू सैनी (35) पुत्र कालूलाल सैनी की हत्या की गई थी। वह अजमेर रोड पर 4 नंबर डिस्पेंसरी के पास नंदेश्वर महादेव मंदिर के पास खानाबदोश तरीके से रहता था। गिरफ्तार तीनों आरोपी भी उसके साथ ही रहते थे। पप्पू सैनी 4 नंबर डिस्पेंसरी पर स्थित चौकटी से अलग-अलग जगह मजदूरी करने जाता था। उसके बाद मंदिर के बाहर फुटपाथ पर चारों दोस्त नशा कर सो जाते थे। ACP (झोटवाड़ा) प्रमोद स्वामी और ACP (सदर) जूल्फिकार अली के नेतृत्व में हत्यारों की तलाश में टीम लगाई गई। पुलिस ने चोटिल हालत में मानसिंह के मिलने पर शक जताते हुए पूछताछ की थी। सख्ती से पूछताछ में उसने अपने साथी सुनील हरिजन और महेन्द्र उर्फ धर्मेंद्र के साथ हत्या करना स्वीकार किया। पुलिस को एक अन्य आरोपी की तलाश है।