जयपुर: इस ममी को अधिकारियों ने संग्रहालय में ही एक अधिक सुरक्षित जगह पर रखवाया है। पुरातत्व व संग्रहालय विभाग के निदेशक प्रकाश चंद शर्मा ने बताया, 'ममी सही सलामत है और उसे कोई नुकसान नहीं हुआ है। शुक्रवार को भारी बारिश के बाद संग्रहालय के तहखाने में तीन चार फुट पानी भर गया था। इसके बाद कर्मचारियों ने कांच को तोड़कर ममी को वहां से निकाल लिया।'
उल्लेखनीय है कि जयपुर के अल्बर्ट हॉल संग्रहालय में रखी यह ममी तूतू नाम की एक महिला की है । यह ममी 332 ईस्वी पूर्व टोलेमाइक युग की है। इस ममी को 1887 में जयपुर लाया गया। साल 2011 में मिस्र से आए विशेषज्ञों के एक दल ने इसकी जांच की थी और इसे सही सलामत पाया था।
पेंटिंग व अन्य चीजों को हुए नुकसान का आकलन उनके सूखने के बाद ही
यह ममी जयपुर के अल्बर्ट हॉल संग्रहालय के प्रमुख आकर्षणों में से एक है जिसे संग्रहालय के नीचले यानी बेसमेंट वाले तल में रखा गया है। पिछले शुक्रवार को शहर में हुई भारी बारिश से बेसमेंट के भंडार में रखी तथा वहां लगाई गई कुछ ऐतिहासिक चीजों को नुकसान हुआ।शर्मा ने कहा कि विशेषकर पेंटिंग व अन्य चीजों को हुए नुकसान का आकलन उनके सूखने के बाद ही किया जा सकेगा। इसमें कुछ महीने लग सकते हैं।
राज्य के कला व संस्कृति मंत्री बी डी कल्ला ने कल संग्रहालय का निरीक्षण किया था और अधिकारियों से कहा था कि संग्रहालय के भंडार गृह में रखी गयी चीजों को शहर में अन्यत्र प्रदर्शित करने की संभावनाएं तलाशी जाएं। अधिकारियों के अनुसार ऐतिहासिक महत्व की अनेक चीजें संग्रहालय के बेसमेंट में रखी गयी हैं जिन्हें शहर के किसी अन्य स्मारक में गैलरी के रूप में प्रदर्शित किया जा सकता है। इसके लिए जगह चिन्हित की जाएगी।