- घर से 1700 रुपये लेकर निकले थे नाबालिग
- पैसे खत्म होने पर चित्तौड़गढ़ स्टेशन पर जमाया डेरा
- लड़के को राजकीय किशोर गृह भेजा गया
Jaipur Crime: जयपुर के निकट चित्तौड़गढ़ से अजीबोगरीब मामला सामने आया है। राजधानी जयपुर से घर से भागकर निकले नाबालिग लड़का व लड़की चित्तौड़गढ़ में पकड़ लिए गए। दोनों जब घर से निकले तो उनके पास 1700 रुपए थे। उन्होंने किला घूमा, खूब खाया-पिया और मौज-मस्ती की। पैसे जब खत्म हुए तो नाबालिग चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन पर ही रहने लगे। पुलिस ने दोनों को पकड़कर बाल कल्याण समिति को सौंप दिया।
बता दें कि जयपुर वैशाली नगर से बालिका को लेने के लिए उसके परिजन आ गए। जबकि किशोर को राजकीय किशोर गृह भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है स्टेशन पर रह रहे इन नाबालिगों के साथ कुछ अनहोनी भी हो सकती थी। पुलिस ने समय रहते एक्शन लिया और दोनों को पकड़ लिया।
दोनों की उम्र हैरान करने वाली
बता दें कि बाल कल्याण समिति की सदस्य मंजू जैन ने जानकारी देते हुए बताया है कि किशोर की उम्र 17 साल और बालिका की उम्र मात्र 13 साल है। बालक ने अपनी पढ़ाई छोड़ दी है। वह नौकरी कर रहा था। इन दोनों को पुलिस ने रेलवे स्टेशन पर साथ घूमते हुए देखा था। कुछ दिनों से दोनों वहीं रह रहे थे। रेलवे पुलिस ने दोनों से पूछताछ शुरू की तो दोनों ने बताया कि वे घर से बिना बताए जयपुर से यहां आए हुए हैं।
दोनों की गुमशुदगी का मामला है दर्ज
बता दें कि काउंसलिंग के दौरान बच्चों ने समिति सदस्यों को बताया है कि वे दोनों पड़ोसी हैं और काफी समय से दोनों साथ हैं। दोनों ही भाग कर चित्तौड़गढ़ आए हैं। किशोर के पास सिर्फ सतरह सौ रुपए थे। दोनों 14 अगस्त से चित्तौड़ में ही रह रहे हैं। दोनों ने यहां पहुंचकर पहले किला घूमा और खाने पीने में सारे पैसे खर्च कर दिए। पैसे खत्म होने पर रेलवे स्टेशन पर ही दिन-रात गुजारने लगे। बाल कल्याण समिति ने बताया है कि उन्होंने पता किया तो वैशाली नगर पुलिस स्टेशन पर दोनों के गुमशुदगी का मामला पहले दर्ज मिला। इस पर पुलिस को इसकी सूचना दी गई। वैशाली नगर थाना पुलिस बालिका के माता पिता को लेकर चित्तौड़गढ़ पहुंच गई बालिका को उसके परिजनों को सौंप दिया गया। किशोर के परिवार से कोई नहीं पहुंचा। उसे राजकीय किशोर गृह में रखा गया है।