- दौसा जिले में गिरदावर सात हजार रिश्वत लेते गिरफ्तार
- एसीबी ने सिकंदरा उप तहसील से आरोपी को किया गिरफ्तार
- आरोपी ने जमीन के हक त्याग की प्रक्रिया में मांग रखे थे 10 हजार रुपये
Jaipur Crime: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने मंगलवार को एक बार फिर एक रिश्वतखोर को पकड़ा है। एसीबी ने मंगलवार को जयपुर के दौसा जिले में ट्रैप की बड़ी कार्रवाई की है। यहां पर सिकंदरा उप तहसील में एसीबी ने गिरदावर सतीश जाटव को सात हजार रुपए की घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
एसीबी के एडिशनल एसपी महेंद्र शर्मा के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई से तहसील परिसर के अंदर खलबली मच गई। आरोपी गिरदावर सतीश जाटव को गिरफ्तार करने के बाद अब एसीबी उससे पूछताछ में जुटी है। इस दौरान उप तहसील के बाहर बड़ी तादाद में लोगों की भीड़ जुट गई।
यूं दिया ट्रैप को अंजाम
एसीबी ने इस गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए बताया कि मरियाडा निवासी शिकायतकर्ता कमल सिंह की जमीन के हक त्याग की प्रक्रिया चल रही थी, जिसकी एवज में गिरदावर ने 10 हजार रुपए रिश्वत की डिमांड की थी। गिरदावर ने इससे पहले सोमवार को पीड़ित से 2 हजार रुपए ले लिए थे। इसके बाद बाकी रुपयों के लिए वह लगातार दबाव बना रहा था। पीड़ित ने जिसकी शिकायत एसीबी में की। जिसके बाद एसीबी ने ट्रैप की प्रतिक्रिया शुरू की और रिश्वत की डिमांड का सत्यापन होते ही गिरदावर को रंगे हाथों घूस लेते गिरफ्तार कर लिया गया।
दौसा के अंदर चार माह में छह से ज्यादा गिरफ्तारी
आपको बता दें कि, राजस्थान एसीबी रिश्वतखोरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। बीते चार माह में दौसा जिले से ही छह से ज्यादा रिश्वतखोर पकड़े जा चुके हैं। मई माह में ही जयपुर एसीबी की टीम ने दुष्कर्म के केस में एफआईआर दर्ज करने की एवज में एक लाख रुपए की रिश्वत लेते नांगल राजावतान पुलिस थाने के एक कांस्टेबल को रंगे हाथों ट्रैप किया था। जिले में इससे पूर्व में भी राजस्व विभाग के कई कर्मचारी रिश्वत के साथ पकड़े जा चुका हैं। इसके बावजूद जिले के सरकारी महकमों में रिश्वत का खुला खेल थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिले के अंदर इस साल चार माह के अंदर अब तक करीब आधा दर्जन सरकारी कर्मचारी और अधिकारी रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार हो चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी सरकारी दफ्तरों में खुलेआम भ्रष्टाचार चल रहा है।