जयपुर (राजस्थान) : हाल के समय में अलग-अलग राज्यों के स्थानीय निकाय चुनावों में बेहतर प्रदर्शन करने वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को राजस्थान में झटका लगा है। यहां सत्तारूढ़ कांग्रेस ने उसे पीछे छोड़ दिया है। राज्य के कुल 3035 वार्डों में से कांग्रेस ने 1197 सीटें जीती हैं जबकि भाजपा को 1140 सीटों पर जीत मिली है। निर्दलीय उम्मीदवारों के खाते में 634 सीटें, बहुजन समाज पार्टी को एक सीट, सीपीएम को तीन, आईएनडी को 634, एनसीपी को 46 और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को 13 वार्डों पर जीत मिली है। राज्य के 20 जिलों में इन वार्डों के लिए 28 जनवरी को चुनाव हुए। इस बार निर्दलीय किंगमेकर बनकर उभरे हैं।
चुनावी मैदान में थे 9,930 उम्मीदवार
इससे पहले राज्य चुनाव आयुक्त पीएस मेहरा ने बतायाय कि नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि तक 15,101 उम्मीदवारों की तरफ से 18,510 नामांकन दाखिल किए गए। नामांकन पत्रों की छटनी एवं वापसी के बाद चुनावी मैदान में 9,930 उम्मीदवार रह गए थे। कोरोना काल में हुए इस चुनाव में कोविड-19 के प्रोटोकाल का कड़ाई से पालन किया गया। मदतान केंद्रों पर लोग मास्क लगाकर वोट देने पहुंचे थे। मतदान के दौरान दिव्यांग एवं बुजुर्गों को वरीयता दी गई।
मतदान के दिन पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था
उन्होंने कहा, ' राज्य की 90 निकायों के 3035 वार्डों के लिए 5,253 मतदान केंद्र बनाए गए थे। इन निकायों में कुल 30,28,544 वोटर्स हैं। इनमें पुरुषों की संख्या 15,47,974 और महिला वोटरों की संख्या 14,80,514 है। अन्य वोटर्स 56 हैं।' मतदान के दौरान कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य में पर्याप्त सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया था। इस चुनाव में 8328 ईवीएम मशीनों का इस्तेमाल किया गया। मतदान के दिन शिकायतों को तत्काल दूर करने के लिए चुनाव आयोग ने जयपुर में एक कंट्रोल रूम की स्थापना की।