जयपुर: राजस्थान की राजधानी जयपुर सहित तीन प्रमुख शहरों के छह नगर निगमों के चुनाव के लिए कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही सत्तारूढ़ कांग्रेस व मुख्य विपक्षी दल भाजपा में सरगर्मियां तेज हो गयी हैं। इस बीच संभावित उम्मीदवार जहां टिकट के लिए पार्टी के कार्यालयों व पदाधिकारियों के यहां पहुंचना शुरू हो गए हैं तो पार्टी स्तर पर भी तैयारियां चल रही हैं। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा घोषित कार्यक्रम के अनुसार जयपुर, जोधपुर व कोटा के नवगठित दो- दो यानी कुल छह नगर निगमों के 560 वार्ड पार्षद के लिए दो चरणों में चुनाव होना है।
आयोग के प्रवक्ता के अनुसार सदस्य यानी वार्ड पार्षद के लिए 14 अक्तूबर को लोक सूचना जारी की जाएगी। इसके साथ ही नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। पर्चे 19 अक्तूबर तक दाखिल किए जा सकते हैं। नामांकन पत्रों की जांच 20 अक्तूबर को करवाई जाएगी जबकि उम्मीदवार अपना नाम 22 अक्तूबर तक वापस ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि चुनाव चिन्हों का आवंटन 23 अक्तूबर को करवाया जाएगा, जबकि मतदान 29 अक्टूबर व एक नवंबर को व मतगणना तीन नवंबर को होगी।
एक जगह पर दस वार्डों के लिए ही नामांकन किया जा सकेगा
एक अधिकारी के अनुसार, जयपुर में नामांकन के दौरान भीड़ नहीं हो व सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे इसके लिए एक जगह पर दस वार्डों के लिए ही नामांकन किया जा सकेगा। इसके तहत जयपुर ग्रेटर नगर निगम के वार्डों के उम्मीदवारों के नामांकन के लिए 15 व जयपुर हैरिटेज के तहत नामांकन के लिए 10 स्थान तय किए गए हैं। इन जगहों पर रिटर्निंग और सहायक रिटर्निंग अधिकारियों की नियुक्ति कर दी गई है। वहीं इन चुनावों को ध्यान में रखते हुए कार्यपालक मजिस्ट्रेट व अतिरिक्त पुलिस आयुक्त राहुल प्रकाश ने मंगलवार को जयपुर शहर में निषेधाज्ञा लागू कर दी। इसके तहत 12 नवंबर तक जयपुर आयुक्तालय क्षेत्र में बिना अनुमति के जुलूस, प्रदर्शन और अन्य भीड़भाड़ वाले कार्यक्रमों पर रोक रहेगी।उधर सत्तारूढ़ कांग्रेस व मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने इन चुनावों की तैयारी शुरू कर दी है।
कांग्रेस ने छह चुनाव आयोजन समितियों का गठन किया है
काजी निजामुद्दीन को नगर निगम चुनाव के लिए एआईसीसी समन्वयक बनाया गया है। वहीं भाजपा ने जयपुर में केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, जोधपुर में केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी तथा कोटा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ को समन्वयक बनाया है। इसके अलावा प्रभारी व सहप्रभारी नियुक्त किए गए हैं। उल्लेखनीय है कि इन शहरों में निगमों के पुनर्गठन के बाद पहली बार चुनाव हो रहे हैं। तीनों शहरों में कुल मिलाकर 35.97 लाख मतदाता हैं। आयोग का कहना है कि चुनाव केंद्र, राज्य सरकार, चिकित्सा विभाग और स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी प्रोटोकॉल के अनुसार ही होंगे। कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए मतदान की अवधि एक घंटे बढाई गयी है और अब सुबह 7.30 से 5.30 बजे तक मतदान होगा।