- 29 अगस्त से 2 अक्टूबर तक होगा आयोजन
- 15 साल से 70 साल के 27 लाख खिलाड़ी होंगे शामिल
- पूरे आयोजन में खर्च होंगे 40 करोड़ रुपये
Rural Olympic Games : राजस्थान ग्रामीण ओलंपिक का आयोजन कर एक नया कीर्तिमान स्थापित करने जा रहा है। ऐसा दुनिया में पहली बार हो रहा है। राज्य सरकार ने ग्रामीण ओलंपिक की तारीखों की घोषणा कर दी है। 29 अगस्त से 2 अक्टूबर तक पूरे प्रदेश में ग्रामीण ओलंपिक का आयोजन किया जाएगा। इस प्रतियोगिता में कबड्डी, शूटिंग, बॉलीबाल, टेनिस, क्रिकेट, हॉकी, खो-खो आदि प्रतियोगिताएं होनी हैं। ग्रामीण ओलंपिक खेल का आयोजन 35 दिन तक चलेगा। इस पर राज्य सरकार 40 करोड़ रुपये खर्च करेगी। इस प्रतियोगिता में 15 साल से 70 साल तक के खिलाड़ी शामिल होंगे।
प्रदेश सरकार में खेल मंत्री अशोक चंदाना ने बताया कि, इस प्रतियोगिता में बिना किसी उम्र के बंधन के हर आयु वर्ग का व्यक्ति प्रतिभाग कर सकता है। इस खेल प्रतियोगिता के लिए 27 लाख से भी ज्यादा रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। खेल मंत्री ने बताया कि, प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को पुरस्कार के साथ-साथ सर्टिफिकेट भी दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि, प्रदेश के ग्रामीण इलाकों को खिलाड़ियों की प्रतिभाओं को तराशने में ग्रामीण ओलंपिक सहायक होगा। इसके आयोजन का उद्देश्य भी यही है।
कोरोना की वजह से हुई आयोजन में देरी
कोरोना का खतरा अब कम हो गया है। बता दें कि, कोरोना की वजह से ग्रामीण ओलिंपिक के आयोजन में देरी हो गई है। लेकिन अब अगस्त में दुनिया के इतिहास में पहली बार राजस्थान में अनूठे आयोजन की शुरुवात कर दी जाएगी। जिसकी तैयारियां शुरू कर दी गई है। पहले ग्रामीण ओलिंपिक का आयोजन 14 नवम्बर से किया जाना था। लेकिन तब अधिकारी-कर्मचारी इस समय प्रशासन गांवों और शहरों के संग अभियान में जुटे हैं।
पुरुष और महिला दोनों श्रेणियों में होंगे मुकाबले
इस आयोजन की सबसे अच्छी बात ये है कि, पुरुष और महिला दोनों श्रेणियों में मुकाबले होंगे। ग्रामीण ओलंपिक में कबड्डी, वॉलीबॉल, हॉकी, शूटिंग वॉलीबॉल, खो-खो और टेनिस बॉल क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। ग्रामीण ओलंपिक खेलों का आयोजन गांव, ग्राम पंचायत और ब्लॉक स्तर पर किया जाएगा। जिसमें प्रदेश के 44 हजार 795 गांव और 11 हजार 341 ग्राम पंचायत और 352 ब्लॉक स्तर पर इन खेलों का आयोजन किया जाएगा। ग्रामीण ओलंपिक खेल दो फेज में आयोजित होगा। जिसमें पहले फेज में ग्राम पंचायत स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं होंगी। जबकि दूसरे फेज में ब्लॉक स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। इस प्रतियोगिता के आयोजन से ग्रामीण स्तर की प्रतिभाएं निखरेंगी और उनका हौसला बढ़ेगा।