- हलैना स्थित सरकारी अस्पताल में गया था सांप पकड़ने
- कैलाश जाटव को सांप काटने के बाद आंखों से दिखना हो गया था बंद
- परिजन अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराने के बाद जड़ी-बूटी और झाड़ दिला रहे थे
Rajasthan Snake Bite: सांपों को पकड़ने के विख्यात शख्स की सांप के काटने से ही मौत हो गई। मरने से पहले उसकी आंखों की रोशनी चली गई। मामला भरतपुर जिले का है। यहां सोमवार की शाम हलैना स्थित सरकारी अस्पताल में सांप पकड़ने के लिए हलैना क्षेत्र निवासी कैलाश जाटव को बुलाया गया था। कैलाश सांप पकड़ने के लिए क्षेत्र में प्रसिद्ध था। सरकारी अस्पताल में काफी मशक्कत के बाद उसने सांप को पकड़ लिया था, लेकिन सांप ने उसे काट लिया था। अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराकर वह सोमवार की शाम अपने घर चला गया।
घर लौटने पर परिजन उसे लेकर कबाई गांव गए, वहां कैलाश को जड़ी-बूटी दी गई। फिर वह सोमवार की देर रात अपने घर लौट आया। यहां अचानक उसे आंखों से दिखाई देना बंद हो गया, लेकिन परिजन उसे अस्पताल लेकर नहीं गए। परिवार वाले उसे लेकर दूसरे गांव छोकरवाड़ा पहुंचे। यहां उसका झाड़-फूंक कराई गई। इससे भी कुछ लाभ नहीं मिला और मंगलवार की रात कैलाश ने दम तोड़ दिया।
300 से अधिक सांप पकड़ चुका था कैलाश
मृत कैलाश के परिजनों का कहना है कि उसने बेहद कम समय में 300 से अधिक सांप पकड़े थे। उसके पिता प्रभाती लाल के मुताबिक उनके बेटे का काम ही सांप पकड़ना था। इसे उसने शौक-शौक में शुरू किया था। फिर इसी से अपना जीवनयापन भी करने लगा। वह सांप पकड़ने के लिए पैसे लिया करता था।
पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर सौंपा शव
पुलिस ने कैलाश की मौत की सूचना पर उसके शव को कब्जे में ले लिया था। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सांप के विष से मौत होने की पुष्टि होने के बाद लाश को परिजनों को सौंप दिया गया। वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि कैलाश के परिवार वालों की लापरवाही से उसकी जान चली गई। जब उसकी हालत बिगड़ रही थी, तभी उसे लेकर सरकारी अस्पताल जाना चाहिए था। ऐसे में उसकी जान बच सकती थी।