- कैलाश की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, उस पर 30 लाख का कर्ज चढ़ा है
- यह शख्स रात्रि को अपने कमरे से गायब हो गया
- बेटे पवन ने कैलाश के अपहरण व चोरी का मामला दर्ज करवाया
Jaipur Crime News: प्रदेश में एक शख्स ने खुद के अपहरण की ऐसी कहानी गढ़ी जिसे जान खुद पुलिस भी हैरान रह गई। जब शख्स ने खुद के अपहरण की खबर टीवी में देखी तो वह घबरा गया। इसके बाद वह खुद ही थाने पहुंचा व पुलिस के सामने सरेंडर किया। मामला लवाण थाना क्षेत्र के गांव देवरी का है। दरअसल यह शख्स रात्रि को अपने कमरे से गायब हो गया था। परिजनों को कमरे में सामान बिखरा मिला तो वे घबरा गए और थाने में अपहरण व चोरी का मामला दर्ज करवा दिया। परिजनों ने पुलिस का बताया कि घर से सात लाख कीमत के आभूषण व तीन लाख नकद मिले। इसके बाद परिजनों को इस शख्स के 90 किमी दूर महुवा थाने में होने की जानकारी मिली। पुलिस आरोपी कैलाश को महुवा से लेकर लवाणा लेकर आई। इसके बाद हुए खुलासे को जान पुलिस खुद हैरान रह गई। पूछताछ में कैलाश ने पुलिस को बताया कि ना तो घर में कोई चोरी हुई है और ना ही उसका अपहरण, वह तो खुद घर से भागा था।
लवाण एसएचओ हरदयाल मीणा ने बताया कि उसकी तलाश को लेकर साइबर सेल की मदद से गांव देवरी के आसपास उसके मोबाइल की लोकेशन निकाली, मगर कोई सुराग नहीं लगा। इसके बाद उसके महुवा थाने में होने की जानकारी मिली। एसएचओ के मुताबिक कैलाश की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। उस पर 30 लाख का कर्ज चढ़ा है। परिवार का गुजारा खेती बाड़ी से हो रहा है। आय का कोई मजबूत जरिया नहीं है। कैलाश परिवार की जरूरतों के चलते दो साल पहले आभूषण बेच चुका था।
30 लाख के कर्ज की चिंता सता रही थी
पुलिस ने बताया कि गांव देवरी का कैलाश घर से अचानक गायब हो गया था। इसके बाद उसके बेटे पवन ने कैलाश के अपहरण व चोरी का मामला दर्ज करवाया था। पूछताछ में कैलाश ने बताया कि जब उसने अपने अपहरण व घर में चोरी की वारदात होने की खबर टीवी में देखी तो वह घबरा गया। इसके बाद महुवा थाने में जाकर सरेंडर कर दिया। उसने पुलिस को बताया कि उस पर 30 लाख का कर्ज चढ़ा है, देनदार लगातार परेशान कर रहे थे। वहीं बेटे के चार महिने की स्कूल फीस भी नहीं भरी गई। जिसके चलते उसने खुद के अपहरण व चोरी की कहानी रची।
अपहरण की कहानी के इस तरह चले सीन
लवाण थाने के एसएचओ हरदयाल मीणा ने बताया कि 28 जुलाई को कैलाश जयपुर से गांव लौटा था। इसके बाद पत्नी बेटी व दो बेटे घर में सो रहे थे। 29 जुलाई को वह अल सुबह घर से निकल गया। इस बीच सुबह वह अपने कमरे में नहीं मिला तो बेटे ने थाने में मामला दर्ज करवा दिया। कैलाश ने पुलिस को बताया कि वह घर से निकलने के बाद अपने गांव से पैदल चलकर जटवाड़ा गांव आया। इसके बाद दौसा पहुंचा व कलेक्ट्री चौराहे से बस पकड़ कर महुआ पहुंचा। दिन भर बाजार में ईधर- उधर भटकता रहा। इसके बाद उसने टीवी में अपने अपहरण व घर में चोरी की खबर देखी तो घबरा गया। उसकी कर्ज से छुटकारे की कहानी का द एंड हो गया। वह महुआ थाने पहुंचा और घटना का सच बताकर खुद को सरेंडर कर दिया। इधर, उसके घर से अचानक गायब होने की वजह से बिलखते बेटों ने उसे ढूंढने के काफी जतन किए मगर वह नहीं मिला।