- गोरखपुर में पुलिस की पिटाई से मारे गए मनीष गुप्ता के परिजनों से मिले सीएम योगी
- सभी दोषियों को मिलेगी सजा, सीएम ने पीड़ित परिवार को दिया न्याय का भरोसा
- मृतक मनीष गुप्ता की पत्नी को मिलेगी सरकारी नौकरी
कानपुर: गोरखपुर में कथित रूप से पुलिस कर्मियों द्वारा बर्बरतापूर्ण पिटाई किए जाने से के बाद हुई एक कारोबारी (Property Dealar) मनीष गुप्ता की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस बीच मनीष गुप्ता के परिजनों से आज सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुलाकात की और पीड़ित परिवार को हरसंभव न्याय का भरोसा दिया। मुलाकात के बाद मनीष गुप्ता की पत्नी ने बताया की मुख्यमंत्री ने उनकी बातों को एक अभिभावक की तरह सुना और इंसाफ का भरोसा दिलाया। साथ ही केस को गोरखपुर ट्रांसफर करने का ऐलान किया।
किया सरकार नौकरी देने का ऐलान
मुलाकात के दौरान सीएम योगी ने पीड़ित परिवार के आरोपों को सुना औऱ दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। इसके साथ ही सीएम ने मनीष गुप्ता के बेटे की पढ़ाई का खर्चा उठाने का वादा भी किया। खबर के मुताबिक कानपुर विकास प्राधिकरण में ओएसडी पद का गठन किया जाएगा और व्यवसायी मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता को पद पर प्रतिनियुक्त किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को मुआवजा 10 लाख रुपये से बढ़ाने का प्रस्ताव भी दिया।
गोरखपुर में हुई थी कारोबारी की मौत
गौरतलब हैं कि सोमवार रात रामगढ़ताल थाना क्षेत्र में एक होटल में कानपुर निवासी 36 वर्षीय रियल एस्टेट कारोबारी मनीष गुप्ता अपने दो दोस्तों प्रदीप और हरी चौहान के साथ ठहरे थे। देर रात पुलिस होटल में निरीक्षण के लिए पहुंची थी। निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि तीन लोग गोरखपुर के सिकरीगंज स्थित महादेवा बाजार के निवासी चंदन सैनी के पहचान पत्र के आधार पर एक कमरे में ठहरे हुए हैं। संदेह होने पर पूछताछ के दौरान कथित रूप से पुलिस द्वारा पिटाई के बाद घायल मनीष की संदिग्ध हालात में गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई थी।