- कानपुर में 40 लाख लोगों को मिलेगी जाम से निजात
- अनवरगंज से मंधना के बीच एलिवेटिड ट्रैक के लिए ड्रोन से सर्वे शुरू
- सिस्ट्रा इंडिया की टीम ने शुरू किया फिजिबिलिटी सर्वे, तीन महीने में होगा पूरा
Kanpur Drone survey: कानपुर में अनवरगंज-मंधना के बीच शहरियों को जाम से निजात दिलाने के लिए 14 क्रॉसिंगों पर एलीवेटेड ट्रैक बनाने को लेकर मंगलवार से सर्वे शुरू हो गया। ड्रोन और वीडियोग्राफी के जरिए जाम का आकलन किया जाएगा। पूर्वोत्तर रेलवे के निर्माण इकाई के इंजीनियरों की टीम गोरखपुर से कानपुर पहुंची। एलीवेटेड ट्रैक की फिजिबिलिटी सर्वे कराने का ठेका सिस्ट्रा इंडिया कंपनी को मिला है। दो से तीन दिन के भीतर ड्रोन के जरिये फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कराई जाएगी। सर्वे में जाम और एलाइनमेंट का काम होगा।
बता दें कि फिजिबिलिटी सर्वे शुरू होने के पहले मेट्रो, रेलवे, सेतु निगम, पीडब्लूडी और प्रशासन की टीम के साथ आठ जून को हुए स्थलीय निरीक्षण में यह सहमति बनी कि रावतपुर और कल्याणपुर रेलवे स्टेशन पास-पास हैं, तो ऐसे में दोनों स्टेशनों को खत्म कर सीएसजेएमयू के सामने नया स्टेशन बनाया जाए।
सर्वे करने वाली कंपनी को 90 दिनों में देनी है रिपोर्ट
रावतपुर में मेट्रो का स्टेशन भी ऊपर बना हुआ है। मेट्रो के इंजीनियरों ने रेलवे अफसरों से ऐसी ड्राइंग तैयार कराने की पेशकश की थी, जिससे कि रावतपुर में मेट्रो और रेलवे दोनों स्टेशन एक साथ ऊपर बन सकते हों। इसके बावजूद रेलवे के मुताबिक दो स्टेशनों का इतना करीब होना औचित्यविहीन है। अनवरगंज से रावतपुर की दूरी चार किमी और रावतपुर से कल्याणपुर की दूरी पांच किमी है। सर्वे करने वाली कंपनी 90 दिनों में रिपोर्ट मुख्यालय को देगी। इसके बाद ही पूर्वोत्तर रेलवे डीपीआर बना बोर्ड को भेज देगा। इसकी लागत लगभग 1800 करोड़ बताई गई।
तीन जगह बनाए गए ड्रोन कंट्रोल प्वाइंट
ड्रोन से फिजिबिलिटी सर्वे के लिए तीन स्टेशनों पर कंट्रोल प्वाइंट बनाए गए हैं। अनवरगंज, रावतपुर, कल्याणपुर रेलवे स्टेशन की इमारत की छतों पर ड्रोन को उड़ाने के लिए ट्राईपॉड स्टैंड और कंट्रोल प्वाइंट बनाया गया है। तीनों जगह सिस्टम को लगाया गया है। इन्हीं तीन जगहों से एलाइनमेंट का सर्वे और ड्रोन से होने वाली फोटोग्राफ और वीडियोग्राफी देखी जाएगी। पूर्वोत्तर रेलवे के डिप्टी चीफ इंजीनियर रविंदर मेहरा ने कहा कि अनवगरंज-मंधना रेलवे लाइन पर एलिवेटेड ट्रैक बनाने के लिए फिजिबिलिटी सर्वे शुरू कर दिया है। तीन महीने में फिजिबिलिटी सर्वे में अड़चनें, संभावनाओं की जानकारी होगी। सिस्ट्रा इंडिया की टीम सर्वे कर रही है। इसके बाद डीपीआर बनाकर रेलवे और राज्य सरकार के बीच बजट के अंश को लेकर विमर्श होगा।