- बढ़ते हुए बिजली के बिल को कम करने की कवायद
- मध्यांचल विद्युत वितरण निगम ने लोगों से की अपील
- सोलर प्लांट लगवाकर मुफ्त बिजली का आजीवन फायदा
Kanpur Electricity: मध्यांचल विद्युत वितरण निगम ने शहरवासियों से अपील की है कि, वे सोलर पावर प्लांट लगाकर बिजली के बिल से 90% तक छुटकारा पा सकते हैं। उत्तर प्रदेश की बिजली कंपनी की तरफ से कहा गया है कि, विद्युत उपभोक्ता बढ़ते हुए बिजली के बिल को कम करने के लिए अपने विद्युत् संयोजन पर वर्तमान में पांच किलोवाट लोड के बराबर का सोलर पावर प्लांट लगाकर बिजली के बिल से 90% तक छुटकारा पा सकते हैं।
केंद्र सरकार 7,600 रुपये प्रति किलोवाट सब्सिडी दे रही है, जो की पहले ही दाम में काम कर दी जाती है और राज्य सरकार की तरफ से दी जाने वाली 30,000 रुपये की सब्सिडी उपभोक्ता के खाते में जाती है।
केवल दो मेगा वाट के ही संयंत्र लगाने के लिए अप्रूवल
कंपनी की तरफ से बताया गया कि, मध्यांचल विद्युत वितरण निगम को केवल दो मेगा वाट के ही संयंत्र लगाने के लिए अप्रूवल मिला है। अतः जल्द से जल्द आवेदन कर पहले आएं, पहले पाएं के आधार पर सोलर प्लांट लगवाकर मुफ्त बिजली का आजीवन फायदा उठाएं। साथ ही, अधिक जानकारी के लिए वेबसाइट https://www.vortexsolar.in/ पर आवेदन फॉर्म भरें या फोन नंबर 9682777666 अथवा 18001805554 पर कॉल करें।
सौर ऊर्जा के जरिए यूपी को 4,000 मेगावाट बिजली
ग्रीन एनर्जी काॅरिडोर के अंतर्गत यूपी पावर ट्रांसमिशन काॅरपोरेशन लि. बुंदेलखंड में ट्रांसमिशन लाइन बनाने के काम की शुरुआत जल्द ही करेगा। ट्रांसमिशन लाइन के तहत प्रस्तावित 24 में से 22 विद्युत सब स्टेशनों के लिए जगह चिंहित कर ली गई हैं। इनके बनकर तैयार होने के बाद सौर ऊर्जा के जरिए यूपी को 4,000 मेगावाट बिजली मिल सकेगी। यह काम ग्रीन एनर्जी कॉरिडोर सेकंड फेज के तहत होना है।
बुंदेलखंड क्षेत्र में 4000 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य
इस कार्य को पीपीपी मोड के स्थान पर यूपी पावर ट्रांसमिशन कॉरपोरशन लि. द्वारा ईपीसी मोड से कराने को मंजूरी दी है। ग्रीन एनर्जी कॉरीडोर-द्वितीय के तहत बुंदेलखंड क्षेत्र में 4,000 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य तय किया गया है। जिसके तहत यूपीनेडा द्वारा बनाए संयुक्त बेंचर टिस्को लि. को झांसी में 600 मेगावाट, ललितपुर में 600 मेगावाट और चित्रकूट में 800 मेगावाट का सोलर पार्क विकसित करने की जिम्मेदारी मिली है।