- कानपुर में उद्धव ठाकरे के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई है
- आरोप है कि उन्होंने सीएम योगी के खिलाफ 'अशोभनीय' टिप्पणी की
- कानपुर की महापौर ने इस मामले में पुलिस में शिकायत दी है
कानपुर : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के 'आपत्तिजनक' बयान के बाद उनकी गिरफ्तारी और फिर रिहाई के बीच इस मुद्दे पर मचे सियासी घमासान का असर अब उत्तर प्रदेश की राजनीति में भी दिखने लगा है। कानपुर की महापौर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ महाराष्ट्र के सीएम की एक पुरानी टिप्पणी को लेकर FIR दर्ज कराई है। उद्धव ठाकरे का यह बयान अक्टूबर 2020 का बताया जा रहा है, जिसे बीजेपी ने अब उठाया है।
कानपुर की महापौर प्रमिल पांडे ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ उद्धव ठाकरे ने जो टिप्पणी की थी, वो बेहद अशोभनीय है और इस मामले को लेकर वह आगे बढ़ाएंगी। उन्होंने कहा कि इस मामले में उन्होंने मुकदमा दर्ज कराया है। आगे भी वह इस पर नजर बनाए रखेंगी कि इस मामले में कार्रवाई हो। महापौर ने कहा कि एक बार महाराष्ट्र के मुख्मयंत्री उत्तर प्रदेश आ जाएं तो वह उन्हें बता देंगी कि चप्पल कैसे मारा जाता है।
पुलिस थाने पहुंचीं महापौर
योगी आदित्यनाथ के खिलाफ 'अशोभनीय टिप्पणी' को लेकर उद्धव ठाकरे के बयान को सामने लाने के लिए उन्होंने सोशल मीडिया और मीडिया का आभार जताया। उन्होंने कहा कि इस बारे में उन्हें बीती रात पता चला, जिसके बाद सुबह ही वह इस मामले में पुलिस के पास पहुंचीं और मुकदमा दर्ज कराया। उन्होंने यह भी कहा कि जिस दिन यूपी और बिहार के लोग महाराष्ट्र छोड़ देंगे, उस दिन वे खाने को भी मोहताज हो जाएंगे।
बीजेपी नेता की नाराजगी उद्धव ठाकरे के अक्टूबर 2020 के उस बयान को लेकर थी, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के लिए अशोभनीय टिप्पणी करते हुए उन्हें चप्पल चप्पल से मारने की बात कही थी। कानपुर की महापौर ने कहा कि चुनाव है तो इसका यह अर्थ कतई नहीं है कि कोई भी नेता इस तरह की बयानबाजी करें। उन्होंने यह भी कहा कि वह इस मामले को लेकर सड़क तक उतरतीं, लेकिन कोरोना प्रोटोकॉल को देखते हुए वे इसमें संयम बरत रहे हैं।